लखनऊ: आमतौर पर सरकारी स्कूल का ख्याल आते ही हमें शिक्षा व्यवस्था लचर दिखाई देती है. वहीं कई शिक्षकों की मेहनत और प्रयास ने सरकारी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का काम किया है. एक ऐसा ही स्कूल लखनऊ के मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गुमानी खेड़ा गांव में है, जहां शिक्षकों द्वारा बच्चों को नए-नए तरीकों से पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाता है.
प्राथमिक विद्यालय में बच्चे कुछ अलग तरीके से ही शिक्षा ग्रहण करते हैं. इस विद्यालय में बच्चे नाचते-गाते हुए दिखाई देंगे, लेकिन वह नाच-गाना एक तरीका है जिसके द्वारा बच्चों को मात्राओं का ज्ञान दिया जाता है. साथ ही स्वच्छता का संदेश भी दिया जाता है. इसके अलावा बच्चों को ऐसे ही अलग-अलग तरीकों से पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जाता है.
डांसिंग पैटर्न से मात्राओं की दी जाती है जानकारी
प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाचार्य अनिल वर्मा ने बताया कि बच्चों को नए-नए तरीकों से ज्ञान देने की कोशिश की जाती है. डांसिंग पैटर्न से उन्हें मात्राओं का ज्ञान दिया जाता है. स्कूल में शिक्षकों द्वारा नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर बच्चों को शिक्षित किया जाता है.
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ईटीवी भारत ने स्कूल में शिक्षा का स्तर क्या है, यह पता करने के लिए वहां के बच्चों से बात की और उनसे सवाल भी किए. बच्चों ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. वहीं बच्चों ने डांसिंग स्टेप के जरिए बच्चों ने मात्राओं के बारे में भी बताया. बच्चों का कहना है कि इस नए तरीके से पढ़ना उन्हें बहुत अच्छा लगता है. वह रोज स्कूल भी आते हैं.