लखनऊ: लखनऊ यूनिवर्सिटी में व्याप्त भ्रष्टाचार और वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग को लेकर यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने परिसर में धरना प्रदर्शन किया. एसोसिएशन कार्यकारिणी सदस्यों का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन में वित्त विभाग से लेकर परीक्षा एवं निर्माण विभाग तक कई तरह की गड़बड़ियां हुई हैं.
इस घोटाले की जांच की मांग करते हुए कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की बात भी नहीं मान रहा है. शिक्षकों का कहना है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की गईं तो वह राज्यपाल भवन तक पैदल मार्च कर विरोध दर्ज कराएंगे. फर्जी मार्कशीट से लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन में कई तरह से भ्रष्टाचार फैला हुआ है. हाल ही में हुए एक करोड़ 10 लाख रुपये के घोटाले को लेकर खासा नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि विद्यालय के कुलसचिव मनमानी कर रहे हैं.
इसे भी पढ़ें:- लखनऊ: मुस्लिम लीग ने अयोध्या मामले में मध्यस्थता का किया विरोध
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में फर्जी मार्कशीट के कारोबार से लेकर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार फैला है. विश्वविद्यालय परिसर में हर महीने 10 लाख रुपयों का घोटाला हो रहा था, जबकि बैंक की तरफ से हर महीना स्टेटमेंट दिया जाता है और उसका मिलान किया जाता है. जल्द ही शिक्षकों की समस्याओं को दूर नहीं किया गया तो राज्यपाल भवन तक पैदल मार्च निकाला जाएगा.
-डॉ. विनीत कुमार वर्मा, महामंत्री, लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघविश्वविद्यालय के कुलपति की वजह से शिक्षकों का शोषण हो रहा है. वेतन विसंगतियों से लेकर कई तरह से भ्रष्टाचार फैला हुआ है. राज्यपाल आनंदीबेन के आदेश के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है.
-डॉ. नीरज जैन, अध्यक्ष, लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ