लखनऊ : कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश में पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी करने वाले बेसिक शिक्षा परिषद के 706 शिक्षक और कर्मचारियों ने अपनी जान गंवाई है.
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से गुरुवार को यह दावा किया गया. संगठन की ओर से एक सूची भी जारी की गई. इसमें बकायदा शिक्षक व कर्मचारियों का नाम, पद, विद्यालय का नाम, विकास क्षेत्र और जनपद का नाम दिया गया है.
संगठन का दावा है कि यह आंकड़ा गुरुवार शाम करीब 5.30 बजे तक का है. मृत कर्मचारियों की संख्या अभी और भी बढ़ सकती है.
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जान जोखिम में न डालें
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद शर्मा ने कहा कि पंचायत चुनाव के दौरान कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं. इसी का नतीजा है कि प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों व कर्मचारियों को जान गंवानी पड़ रही है.
शिक्षकों में मौत का भय व्याप्त है. इन हालातों में दो मई को प्रस्तावित मतगणना टालने की मांग की गई है. राजधानी समेत प्रदेशभर में लगातार पंचायत चुनाव में आगामी दो मई को प्रस्तावित मतगणना को टालने की मांग उठ रही है.
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उत्तर प्रदेश की ओर से मुख्यमंत्री से लेकर मुख्य निर्वाचन आयुक्त को पत्र लिखकर मतगणना के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन पूरी तरह पालन सुनिश्चित करने की मांग उठाई है.
मांग की कि मतगणना से पहले सभी कार्मिकों का कोविड टेस्ट कराया जाए. सिर्फ निगेटिव होने की दशा में ही कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए. एजेंट और टेबल के बीच की दूरी 6 फीट करने, जान गंवाने वाले शिक्षक और कर्मचारियों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की मांग की गई है.