लखनऊ: सरकार द्वारा 5 सितंबर को लॉन्च किये गए प्रेरणा एप का शिक्षक खुलकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों ने शिक्षक दिवस को 'शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस' के रूप में मनाया. इस दौरान सभी अध्यापकों ने कहा कि हम अपने एंड्राइड मोबाइल से सेल्फी नहीं देगे,वहीं महिला अध्यापिकाओं ने फोटो के मिस यूज होने की बात को गम्भीरता से उठाया.
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हाथरस में शिक्षकों ने मनाया 'शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस'
जिले में शिक्षकों ने प्रेरणा एप के विरोध में शिक्षक सम्मान बचाओ दिवस का बैनर लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर धरना दिया. शिक्षक नेताओं ने ऐलान किया कि यदि अगले दो-तीन दिन में कोई समाधान नहीं निकलता है तो वह आंदोलन को बाध्य होंगे. प्रेरणा ऐप विदेशी कंपनी द्वारा बनाया गया है, जिसके माध्यम से अध्यापकों की गोपनीयता भंग होने की आशंका को लेकर विरोध किया जा रहा है.
सोनभद्र में शिक्षकों ने प्रेरणा मुर्दाबाद के नारे लगाकर जताया विरोध
जिले में गुरूवार को प्राथमिक शिक्षक संघ जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर इकट्ठा होकर प्रेरणा मुर्दाबाद के नारे लगाकर शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान प्राथमिक शिक्षक संघ अध्यक्ष अशोक सिंह ने बताया कि पहले सरकार अध्यापको को सभी सुविधाएं मुहैया कराये, इसके बाद प्रेरणा ऐप लॉन्च करे. उन्होंने कहा विद्यालय 100 किलोमीटर अंदर जंगल में हैं, वहां नेटवर्क न के बराबर होता है. ऐसे में सरकार वहां पर नेटवर्क की सुविधा मुहैया कराए. साथ ही सभी अध्यापकों को टैबलेट मुहैया कराये जाएं. साथ ही कहा कि प्रेरणा ऐप पर अध्यापकों की सभी जानकारी, आवश्यक डॉक्यूमेंट उपलब्ध होंगे, जिसका दुरुपयोग कोई भी कर सकता है, इससे महिलाओं का हनन होगा.
शाहजहांपुरमें शिक्षकों ने किया प्रेरणा ऐप का विरोध
जिले में शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा विभाग ऑफिस का घेराव कर जमकर हंगामा किया. महिला शिक्षकों का कहना है कि प्रेरणा ऐप से शिक्षिकाओं और छात्राओं की निजता का हनन होगा. वहीं शिक्षकों का कहना है कि वह किसी भी कीमत पर प्रेरणा ऐप को स्वीकार नहीं करेंगे.