ETV Bharat / state

लखनऊ: कस्तूरबा विद्यालय के शिक्षकों ने किया प्रदर्शन, सीएम से उठाई न्याय की मांग - लखनऊ खबर

यूपी की राजधानी लखनऊ में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन किया. शिक्षकों का आरोप है कि उनकी संविदा को समाप्त कर मानदेय घटाकर नौकरी से निकाला जा रहा है. पुलिस ने शिक्षकों को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया.

कस्तूरबा विद्यालय के शिक्षकों ने किया प्रदर्शन.
कस्तूरबा विद्यालय के शिक्षकों ने किया प्रदर्शन.
author img

By

Published : Oct 29, 2020, 5:15 PM IST

लखनऊ: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के नेतृत्व में शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय में प्रदर्शन किया. शिक्षकों का आरोप है कि उनकी संविदा को समाप्त कर मानदेय घटाकर नौकरी से निकाला जा रहा है. मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षकों ने सीएम योगी से न्याय दिलाने की मांग उठाई.

संविदा शिक्षक अंजली वर्मा ने बताया कि हम लोग साल 2005 से कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में संविदा पर सेवा दे रहे हैं, लेकिन 14 जुलाई को निदेशक विजय किरन आनंद द्वारा जारी शासनादेश के जरिए उनकी संविदा सेवा समाप्त की जा रही है. कई शिक्षिकाओं का मानदेय घटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 2006 से कार्यरत शिक्षकों पर वर्ष 2020 में जारी शासनादेश के आधार पर कार्रवाई कैसे की जा सकती है. नई नियमावली नई भर्तियों पर ही लागू होती है. उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में संविदा समाप्त करने से शिक्षक सड़क पर आ जाएंगे. वहीं मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया.

बेरोजगारी का परिणाम 2022 चुनाव में भुगतना पड़ेगा
शिक्षक देश दीपक दुबे ने बताया कि लगभग दो हजार से अधिक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षकों को नौकरी से बाहर निकाला जा रहा है. निदेशक का शिक्षकों को नौकरी से निकालना व उनका मानदेय कम करना निर्णय असंवैधानिक है, जबकि पिछले कई दिनों से निदेशक द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन अब तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर बिहार में 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही जा रही है, तो वहीं सीएम योगी के शासनकाल में दो हजार से अधिक शिक्षकों को बेरोजगार किया जा रहा है. इसका परिणाम आने वाले साल 2022 के चुनाव में भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा.

लखनऊ: कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय एम्पलाइज वेलफेयर एसोसिएशन के नेतृत्व में शिक्षकों ने बेसिक शिक्षा निदेशक कार्यालय में प्रदर्शन किया. शिक्षकों का आरोप है कि उनकी संविदा को समाप्त कर मानदेय घटाकर नौकरी से निकाला जा रहा है. मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षकों ने सीएम योगी से न्याय दिलाने की मांग उठाई.

संविदा शिक्षक अंजली वर्मा ने बताया कि हम लोग साल 2005 से कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में संविदा पर सेवा दे रहे हैं, लेकिन 14 जुलाई को निदेशक विजय किरन आनंद द्वारा जारी शासनादेश के जरिए उनकी संविदा सेवा समाप्त की जा रही है. कई शिक्षिकाओं का मानदेय घटाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 2006 से कार्यरत शिक्षकों पर वर्ष 2020 में जारी शासनादेश के आधार पर कार्रवाई कैसे की जा सकती है. नई नियमावली नई भर्तियों पर ही लागू होती है. उन्होंने कहा कि महामारी के दौर में संविदा समाप्त करने से शिक्षक सड़क पर आ जाएंगे. वहीं मौके पर मौजूद पुलिस ने प्रदर्शनकारी शिक्षकों व शिक्षिकाओं को हिरासत में लेकर इको गार्डन भेज दिया.

बेरोजगारी का परिणाम 2022 चुनाव में भुगतना पड़ेगा
शिक्षक देश दीपक दुबे ने बताया कि लगभग दो हजार से अधिक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के शिक्षकों को नौकरी से बाहर निकाला जा रहा है. निदेशक का शिक्षकों को नौकरी से निकालना व उनका मानदेय कम करना निर्णय असंवैधानिक है, जबकि पिछले कई दिनों से निदेशक द्वारा आश्वासन दिया जा रहा है, लेकिन अब तक कोई उचित कार्रवाई नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर बिहार में 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही जा रही है, तो वहीं सीएम योगी के शासनकाल में दो हजार से अधिक शिक्षकों को बेरोजगार किया जा रहा है. इसका परिणाम आने वाले साल 2022 के चुनाव में भाजपा सरकार को भुगतना पड़ेगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.