लखनऊ: माध्यमिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित राजकीय इंटर कॉलेजों में विज्ञान और व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा मिले और यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्रायें वैज्ञाानिक सोच के साथ पढ़ाई कर बाहर निकल सकें, इसके लिए शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण (Training of artificial intelligence and robotics) दिया जायेगा. यूपी के अलग-अलग जिलों से 50 राजकीय कॉलेजों के शिक्षकों विज्ञान शिक्षकों को आईआईटी मंडी हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षण देगा. इस प्रशिक्षण में राजकीय कॉलेजों में पढ़ने वाले 100 छात्र-छात्राओं को भी शामिल किया गया है.
इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने सभी मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशकों को आदेश भी जारी कर दिया है. निदेशक की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि चयनित शिक्षक व छात्र दो जून को आईटीआई अलीगंज से रवाना होगा. इन शिक्षकों व छात्रों के रुकने की व्यवस्था भी आईआईटी मंडी की ओर से गई है. यहां प्रतिदिन छात्रों व विज्ञान शिक्षकों को एडवांस कंप्यूटिंग से सम्बंधित विभिन्न विषयों जैसे रोबोटिक्स, आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस में निशुल्क प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने कि पूरी तैयारी की गई है.
5 जून से 4 जुलाई तक चलेगा प्रशिक्षण: लखनऊ मंडल के संयुक्त निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र तिवारी ने बताया गया कि शिक्षकों व छात्रों को 5 जून से 4 जुलाई तक प्रशिक्षण दिया जायेगा. विश्व बैंक की ओर से पोषित संकल्प परियोजना के अंतर्गत प्रदेश सरकार की पहल पर राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रों को स्वावलंबी बनाने के साथ-साथ व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है. उन्होंने बताया कि मण्डल के सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों की जिम्मेदारी तय की है. सभी शिक्षक समय से एक ही स्थान पर पहुंचे, इसका विशेष ध्यान रखना होगा.
सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि अब आईआईटी की ओर से सहयोग प्राप्त कर प्रदेश के सभी राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में विज्ञान, गणित जैसे विषयों को कठिन मानने वाले विद्यार्थियों इन विषयों को सीखने के सरल पद्धति से सीखने का मौका मिलेगा. उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 के मुख्य उद्देश्यों में माध्यमिक शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से प्रदेश में विज्ञान और तकनीकि के विकास के लिए अब आईआईटी जैसे संस्थानों के वैज्ञानिकों से भी समन्वय स्थापित करते हुए शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जायेगा.
उनसे अपने प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों व शिक्षक शिक्षिकाओं में विज्ञान गणित के गुणवत्ता परक शिक्षण हेतु योजनायें बना चुकी है. जिससे हमारे राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों में भी विज्ञान और गणित विषयों में विशेष रूचि का विकास किया जा सके.
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