लखनऊः उत्तर प्रदेश में टीबी मुक्त अभियान की मुहिम तेज हो गई है. स्वास्थ विभाग की टीमों ने पिछले डेढ़ साल में लगभग 5 लाख टीबी के मरीजों को चिन्हित किया है. टीम का यह भी मानना है कि टीबी के तीन लाख अतिरिक्त मरीज भी मिल सकते हैं. इन मरीजों में 80 प्रतिशत मरीज फेफड़ों की टीबी से ग्रस्त मिले हैं. चिकित्सकों के मुताबिक ये बीमारी तंबाकू और प्रदूषण के कारण तेजी से बढ़ रही है. स्वास्थ्य विभाग ने रोगियों को इलाज और पौष्टिक आहार देकर टीबी रोग को खत्म करने का अभियान छेड़ रखा है.
उत्तर प्रदेश में टीबी के रोगियों को चिन्हित करके उन्हें इलाज उपलब्ध कराने का अभियान चलाया जा रहा है. यह अभियान पिछले वर्ष शुरू किया गया था. अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम को कुल 5 लाख टीबी के मरीज मिले हैं. इन मरीजों की जांच में टीबी की पुष्टि की गई. सरकार की योजना के मुताबिक इन सभी मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज उपलब्ध कराया जाएगा. इसके साथ ही पौष्टिक आहार देने के लिए आर्थिक सहायता भी सरकार की ओर से दी जाएगी.
सरकार की ओर से टीबी रोगियों को खोजने का अभियान चलाया जा रहा है. प्रदेश में करीब सात लाख टीबी के मरीज हैं. चिकित्सकों के अनुसार इन मरीजों का समय पर इलाज नहीं किया गया, तो यह बीमारी जानलेवा साबित हो सकती है.