लखनऊ: राजधानी लखनऊ में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां पर डॉक्टरों ने मजदूरों को बंधक बनाकर उनपर एक्सपेरिमेंट शुरू कर दिया था. जानकीपुरम के इंजीनियर कॉलेज चौराहा पर स्थित लेबर अड्डे से मजदूरों को एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज में काम करवाने के बहाने से ले जाया गया. कॉलेज के अंदर उन मजदूरों को बंधक बनाकर 5 दिनों तक रखा गया. मजदूरों पर वहां पर मौजूद डॉक्टरों ने अपना एक्सपेरिमेंट भी करना शुरू कर दिया. इसी बीच एक मजदूर उनके चंगुल से छूटकर पुलिस के पास पहुंच गया. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज पर कई थानों की फोर्स के साथ छापेमारी की. इसी दौरान मजदूरों को डॉक्टरों के चंगुल से छुड़ाया गया और एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज के डॉयरेक्टर शेखर सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस मामले में आगे की जांच करने में जुटी हुई है.
अपना घर बार छोड़कर लखनऊ में सड़क किनारे रह रहे मजदूर सुबह लेबर अड्डे पर इकट्ठा होते हैं. जहां से लोग उन्हें काम करवाने के लिए अपने घरों पर मजदूरी के लिए ले जाते हैं. इसी दौरान एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज में काम करवाने के बहाने मजदूरों को ले जाना शुरू कर दिया गया. लेकिन मजदूरों से काम करवाने के बजाय उनको इंजेक्शन दिया जाने लगा. एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज में इंजीनियर कॉलेज लेबर अड्डे से लगभग 50 से अधिक मजदूरों को बंधक बनाया गया. मंगलवार को भी दिल्ली नंबर की गाड़ी से आए लोग मजदूरों को काम दिलाने के बहाने ले गए थे. लेकिन अस्पताल में मजदूरों से काम करवाने के बजाय उन्हें इंजेक्शन देकर विगो लगाया जाने लगा. इसी बीच एक मजदूर शौच के बहाने निकला और पुलिस के पास जा पहुंचा.
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अंकुश नामक मजदूर की मानें तो करीब 5 दिनों के लिए एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज में मजदूरी की बात कहकर ले गये थे. एक कार दिल्ली नंबर से मजदूरी के बहाने ले जाया गया था. लेकिन वहां पर उन मजदूरों को इंजेक्शन लगा दिया गया. आरोप है कि मंगलवार के दिन भी अस्पताल में लगभग 50 से अधिक मजदूरों को लाया गया था. लेकिन उनसे काम करवाने के बजाय बंधक बनाया गया है, जिनको इंजेक्शन दिया जा रहा था. इतना ही नहीं उनकी निगरानी भी की जा रही थी. मजदूरों के आसपास किसी को भटकने नहीं दिया जा रहा था.
डीसीपी पश्चिमी सोमेन वर्मा की मानें तो एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज में मजदूरों को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. अंकुश नामक मजदूर की तहरीर पर केस दर्ज किया गया है. अस्पताल में 100 से अधिक मजदूरों को रिहा कराया गया है. मजदूरों के हाथों में विगो लगी हुई थी. मौके पर सीएमओ की टीम भी पहुंची थी. मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया है. एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेज के एमडी शेखर सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया गया है. मामले पर आगे की जांच की जा रही है.
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