लखनऊ: राजधानी में उच्चाधिकारियों की तरफ से जारी आदेश के बाद आरटीओ कार्यालय में एआरटीओ (प्रशासन) ने सभी आठ पटलों के बाबुओं का पटल परिवर्तन कर दिया है. दरअसल तीन साल तक एक ही सीट पर जमे रहने वाले बाबुओं का फेरबदल करने का निर्देश उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी विभागों को दिया था. इसके बाद परिवहन विभाग की तरफ से सभी आरटीओ कार्यालय को निर्देश जारी कर पटल परिवर्तन करने संबंधित सर्कुलर भेजा गया.
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन अखिलेश द्विवेदी ने बताया कि एक नंबर पटल पर दिनेश सिंह के साथ आशीष मिश्रा को नियुक्त किया गया है, जो पहले पांच नंबर पटल पर तैनात थे. पांच नंबर पटल पर श्रीप्रकाश मालवीय और पंकज सिंह को नियुक्त किया गया है. एक नंबर पटल पर नए वाहनों के रजिस्ट्रेशन का कार्य होता है और पांच नंबर पटल पर पुराने वाहनों का नवीनीकरण और हस्तांतरण का कार्य होता है. दो नंबर पटल पर रीना चौबे के साथ ब्रजभूषण गुप्ता को नियुक्त किया गया है, जो पहले आठ नंबर पर तैनात थे. तीन नंबर पटल पर राजीव खन्ना और विनय मिश्रा को तैनाती दी गई है, जो पहले सात नंबर पटल पर तैनात थे, जहां पर व्यवसायिक वाहनों का रजिस्ट्रेशन कार्य होता है. चार नंबर पटल पर मोहम्मद रईस और मनोज गुप्ता को नियुक्त किया गया है, जो पहले इंफोर्समेंट पटल पर तैनात थे. छह नंबर काउंटर पर किशनचंद और सौरभ सरोज को नियुक्ति दी गई है, जो पहले तीन नंबर काउंटर पर तैनात थे. सात नंबर काउंटर पर उन्नाव से ट्रांसफर होकर आए पवन त्रिपाठी और छह नंबर पटल पर तैनात रहे प्रकाश नारायण और रोहित को नियुक्ति दी गई है.
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वहीं, इस पटल पर व्यवसायिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन का कार्य संपन्न होता है. जबकि आठ नंबर पटल पर यशवंत सिंह और आनंद वर्मा को कार्य के लिए नियुक्त किया गया. पहले यह पटल संख्या दो पर तैनात थे. इतना ही नहीं प्रवर्तन पटल का कार्य देख रहे मनोज गुप्ता को चार नंबर काउंटर पर भेजा गया है. चार नंबर पटल पर तैनात सरिता तोमर को अब प्रवर्तन पटल पर नियुक्त किया गया है. इनके साथ मोहम्मद आलम को नियुक्ति दी गई है. भले ही आरटीओ कार्यालय के कई पटलों पर कर्मचारियों का फेरबदल कर उन्हें नया काम अलॉट किया गया हो, लेकिन परमिट में ऐसा कुछ भी नहीं किया गया. परमिट अनुभाग में तैनात कर्मचारियों को अन्य काम देने के बजाय सिर्फ कुर्सी ही बदल दी गई.
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