लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने सपा पर निशाना साधते हुए कहा- योगी सरकार का बुलडोजर जिन अपराधियों और माफिया पर चल रहा है, इन लोगों की 2017 से पहले समानांतर सरकार चल रही थी. इन माफिया तत्वों ने गरीबों की जमीनों पर कब्जा करके अपनी कोठियां खड़ी कर ली थीं. उन्होंने कहा- अब जब योगी सरकार उनसे अवैध कब्जे वापस लेकर गरीबों का आवास बना रही है तो अखिलेश यादव को तकलीफ हो रही है.
दरअसल, स्वतंत्र देव सिंह, अखिलेश यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार राज्य को बुलडोजर से बचाएगी. भाजपा अध्यक्ष ने बयान में कहा है कि माफिया पर बुलडोजर चलने से सर्वाधिक पीड़ा समाजवादी पार्टी और उसके अध्यक्ष अखिलेश यादव को हो रही है. सपा राज में गुंडे और माफियाओं को हवाई जहाज में सैर करायी जा रही थी. अपराध और गुंडागर्दी की खुली छूट मिलती थी. योगी सरकार उन्हें जेल की हवा खिला रही है. संगठित अपराध से अर्जित उनकी अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चला रही है तो अखिलेश का दुखी होना स्वाभाविक है.
भाजपा अध्यक्ष ने कहा- यह आश्चर्य और दुख दोनों का ही विषय है कि योगी सरकार द्वारा संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई की आम जनता तो खुले दिल से स्वागत कर रही है, लेकिन सपा अध्यक्ष के लिए सर्वाधिक पीड़ा का कारण है. जाहिर है ये सभी अपराधी सपा से जुड़े रहे हैं. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के मुखिया को याद रखना चाहिए कि उनका सत्ता से बाहर होने का एक मुख्य कारण गुंडागर्दी और अपराधियों को प्रश्रय देना रहा है.
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि उससे भी चौंका देने वाली बात यह है कि जो व्यक्ति स्वयं मुख्यमंत्री रह चुका हो, वह अपराधियों और माफिया के खिलाफ कार्रवाई का खुलेआम विरोध कर रहा है. इससे सपा का चरित्र और मजबूरी, दोनों ही सबके सामने है. इस विरोध से सपा प्रमुख ने पुष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी क्यों अपराधी और अपराध का पर्याय समझी जाती रही है.
इसे भी पढ़ें- किसानों के लिए कृषि कानून काले और देश के लिए मोदी काला है: राकेश टिकैत
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि लंबे समय बाद महल से फाइव स्टार रथयात्रा से निकले सपा प्रमुख योगी सरकार का जमीनी विकास देखकर हवाई वादे पर उतर आये हैं. उन्होंने कहा सपा सरकार के ऐजेंडे में अपना और सैफई का विकास तक सीमित था. बिजली भी चुनिंदा शहरों में ही भरपूर मिलती थी. भाजपा सरकार के लिए प्रदेश के सभी 75 जिले वीआईपी हैं. सभी जिलों में भरपूर बिजली मिल रही है. पिछली सरकारों में उपेक्षित बुंदेलखंड क्षेत्र को एक्सप्रेस-वे से जोड़कर विकास के द्वार खोलने जा रहे हैं. एक्सप्रेस-वे के दोनों तरफ औद्योगिक गलियारा बनाने जा रहे हैं.