लखनऊः राजधानी पहुंचे स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने केंद्र सरकार से श्रीरामचरितमानस को देश का राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग की है. साथ ही समान नागरिक संहिता पूरे देश में लागू करने की भी मांग की है. स्वामी रामभद्राचार्य महाराज महामना शिक्षण संस्थान के दीक्षारंभ कार्यक्रम के दौरान ये बातें कही.
बीजेपी ने किया सिर्फ 50 फीसदी काम
स्वामी रामभद्राचार्य महाराज ने कहा कि सामान नागरिक संहिता लागू करने और मानस को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने पर भारत को आतंकवाद से मुक्ति मिल जाएगी. इस दौरान स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार ने अभी तक सिर्फ अपने 50 फीसदी कार्य को पूर्ण किया है, बाकी बचा 50 फीसदी कार्य बहुत जल्द पूरा करने की दिशा में केंद्र सरकार अग्रसर होगी.
उन्होंने कहा कि अभी पाक अधिकृत कश्मीर लेना बाकी है. स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा देश को हिंदुत्व की तरफ ले जाना चाहिए, क्योंकि वह मानवता की सेवा होगी. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व कोई सांप्रदायिक शब्द नहीं है और न ही साम्प्रदायिकता को बढ़ावा देता है. बल्कि हिंदुत्व का अर्थ है कि सभी के लिए उसके दिल में प्यार इंसानियत की भावना रहती है.
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कश्मीर को पूरा लेने का प्रयास
स्वामी रामभद्राचार्य ने सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ अपनी एक बैठक की चर्चा की और बताया कि हम सब ने मिलकर कई चीजें तय की है, जिसमें कि मोदी सरकार ने 50 फीसदी कार्य कर लिया है. बाकी का बचा कार्य बहुत जल्द होगा. साथ ही यह भी कहा कि 370 और 35ए हटाने के लिए बहुत वक्त से प्रयास किया जा रहा था जो कि पूरा हुआ. अब कश्मीर भी पूरा लेने की कवायद शुरू होगी और जब तक ले नहीं लेते तब तक रुकेंगे नहीं.
गृह मंत्री भी दे चुके हैं ऐसा बयान
स्वामी रामभद्राचार्य की तरफ से की गई ये बड़ी टिप्पणियां कितनी सच साबित होती हैं, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. अभी भी केंद्र सरकार के पास पूरे 4 वर्ष का कार्यकाल बचा हुआ है और गृह मंत्री अमित शाह ने संसद सत्र के दौरान यह बयान जरूर दिया था कि पाक अधिकृत कश्मीर को वह भारत का हिस्सा मानते हैं और एक दिन उसे लेकर रहेंगे.