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लखनऊः यूपी के हर चुनाव में स्टार प्रचारक रहती थीं सुषमा स्वराज, अटल-राजनाथ के लिए मांगें थे वोट

सुषमा स्वराज का लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश से भी काफी लगाव और जुड़ाव रहा. उनके बिना उत्तर प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं हो पाता था. वह बीजेपी की बड़ी स्टार प्रचारक के रूप में चुनाव मैदान में आती थीं.

पूर्व गृहमंत्री के साथ सुषमा स्वराज.
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Published : Aug 7, 2019, 4:36 AM IST

लखनऊः भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. स्वराज के निधन से बीजेपी में शोक की लहर दौड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी बड़े नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताया है. सुषमा स्वराज का उत्तर प्रदेश से काफी लगाव रहा. वह चुनाव के समय बीजेपी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने का काम करती थीं. यही नहीं खास बात यह भी थी कि लखनऊ से चुनाव लड़ने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हो या फिर राजनाथ सिंह सभी के चुनाव-प्रचार के लिए सुषमा स्वराज को लखनऊ बुलाया जाता रहा.

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन.


यूपी के हर चुनाव में रहतीं थीं स्टार प्रचारकः
बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज उत्तर प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान स्टार प्रचारकों में शुमार रहती थीं. पार्टी के नेताओं और चुनावी प्रत्याशियों की तरफ से उनकी जनसभा लगाए जाने की भारी डिमांड रहती थी. कार्यकर्ताओं के बीच बेहद सरल और सौम्य नेता की पहचान बना चुकीं सुषमा स्वराज काफी लोकप्रिय नेता रहीं हैं. उत्तर प्रदेश के लखनऊ ही नहीं कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज सहित तमाम बड़े महानगरों में उन्हें चुनाव प्रचार के लिए अतिथि स्टार प्रचारक भी बनाया जाता रहा है.

2014 के चुनाव में राजनाथ सिंह के लिए मांगे वोटः

वह लखनऊ आई थीं और कपूरथला चौराहे पर आयोजित एक जनसभा में भी उन्होंने शिरकत की थी. निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के माधव सभागार में उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. बीजेपी की तरफ से आयोजित कार्यक्रमों में वह खूब आती रहीं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े तमाम कार्यक्रमों में भी वह मातृ दिवस कार्यक्रम में भी इसी सभागार में शिरकत करने आईं थीं. उन्होंने अपने शानदार उद्बोधन से लोगों को काफी आकर्षित किया था. उन्होंने इस सम्मेलन में पाश्चात्य संस्कृति को त्यागने और अपनी भारतीय संस्कृति को अपनाने की बात कही थी. उन्होंने इस मातृ दिवस समारोह में यह भी कहा था कि, मां अपने बच्चों को फास्ट फूड से बचाए अपने हाथ का बना हुआ भोजन कराएं. जिससे उनकी सेहत ठीक रहे.

हमेशा दिखीं भारतीय साड़ी मेंः

भारतीय वेशभूषा धारण करने वाली सुषमा स्वराज बीजेपी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के बाद सबसे अधिक कार्यकर्ताओं में लोकप्रिय रहीं. सुषमा स्वराज का उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता रहे पूर्व मंत्री सीमा रिजवी और वर्तमान समय में योगी आदित्यनाथ सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से काफी घनिष्ठ संबंध रहे हैं. सतीश महाना उनके ही आशीर्वाद से राजनीतिक विकास में काफी आगे बढ़े. सतीश महाना उनके सबसे प्रिय नेताओं में शुमार रहे हैं. लालजी टंडन सहित तमाम नेताओं से उनके काफी घनिष्ठ संबंध रहे हैं.

जारी करवाया था मुस्लिम दंपत्ति का पासपोर्टः
2019 के जनवरी महीने में योगी आदित्यनाथ सरकार में वह प्रवासी भारतीय समारोह के आयोजन के सिलसिले में हिस्सा लेने लखनऊ के लोक भवन आई हुईं थीं. लखनऊ में पासपोर्ट प्रकरण और मुस्लिम दंपत्ति के साथ अभद्रता के मामले में उनके पासपोर्ट को रद्द किए जाने को लेकर सुषमा स्वराज की भी काफी खिंचाई हुई थी. जिसके बाद सुषमा स्वराज ने इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लिया. देशभर में काफी अधिक विवाद होने के बावजूद उन्होंने मुस्लिम दंपत्ति का पासपोर्ट जारी करने के निर्देश दिए थे.

लखनऊः भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. स्वराज के निधन से बीजेपी में शोक की लहर दौड़ गई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी बड़े नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताया है. सुषमा स्वराज का उत्तर प्रदेश से काफी लगाव रहा. वह चुनाव के समय बीजेपी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने का काम करती थीं. यही नहीं खास बात यह भी थी कि लखनऊ से चुनाव लड़ने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हो या फिर राजनाथ सिंह सभी के चुनाव-प्रचार के लिए सुषमा स्वराज को लखनऊ बुलाया जाता रहा.

पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का निधन.


यूपी के हर चुनाव में रहतीं थीं स्टार प्रचारकः
बीजेपी की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज उत्तर प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान स्टार प्रचारकों में शुमार रहती थीं. पार्टी के नेताओं और चुनावी प्रत्याशियों की तरफ से उनकी जनसभा लगाए जाने की भारी डिमांड रहती थी. कार्यकर्ताओं के बीच बेहद सरल और सौम्य नेता की पहचान बना चुकीं सुषमा स्वराज काफी लोकप्रिय नेता रहीं हैं. उत्तर प्रदेश के लखनऊ ही नहीं कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज सहित तमाम बड़े महानगरों में उन्हें चुनाव प्रचार के लिए अतिथि स्टार प्रचारक भी बनाया जाता रहा है.

2014 के चुनाव में राजनाथ सिंह के लिए मांगे वोटः

वह लखनऊ आई थीं और कपूरथला चौराहे पर आयोजित एक जनसभा में भी उन्होंने शिरकत की थी. निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के माधव सभागार में उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. बीजेपी की तरफ से आयोजित कार्यक्रमों में वह खूब आती रहीं तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े तमाम कार्यक्रमों में भी वह मातृ दिवस कार्यक्रम में भी इसी सभागार में शिरकत करने आईं थीं. उन्होंने अपने शानदार उद्बोधन से लोगों को काफी आकर्षित किया था. उन्होंने इस सम्मेलन में पाश्चात्य संस्कृति को त्यागने और अपनी भारतीय संस्कृति को अपनाने की बात कही थी. उन्होंने इस मातृ दिवस समारोह में यह भी कहा था कि, मां अपने बच्चों को फास्ट फूड से बचाए अपने हाथ का बना हुआ भोजन कराएं. जिससे उनकी सेहत ठीक रहे.

हमेशा दिखीं भारतीय साड़ी मेंः

भारतीय वेशभूषा धारण करने वाली सुषमा स्वराज बीजेपी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के बाद सबसे अधिक कार्यकर्ताओं में लोकप्रिय रहीं. सुषमा स्वराज का उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता रहे पूर्व मंत्री सीमा रिजवी और वर्तमान समय में योगी आदित्यनाथ सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से काफी घनिष्ठ संबंध रहे हैं. सतीश महाना उनके ही आशीर्वाद से राजनीतिक विकास में काफी आगे बढ़े. सतीश महाना उनके सबसे प्रिय नेताओं में शुमार रहे हैं. लालजी टंडन सहित तमाम नेताओं से उनके काफी घनिष्ठ संबंध रहे हैं.

जारी करवाया था मुस्लिम दंपत्ति का पासपोर्टः
2019 के जनवरी महीने में योगी आदित्यनाथ सरकार में वह प्रवासी भारतीय समारोह के आयोजन के सिलसिले में हिस्सा लेने लखनऊ के लोक भवन आई हुईं थीं. लखनऊ में पासपोर्ट प्रकरण और मुस्लिम दंपत्ति के साथ अभद्रता के मामले में उनके पासपोर्ट को रद्द किए जाने को लेकर सुषमा स्वराज की भी काफी खिंचाई हुई थी. जिसके बाद सुषमा स्वराज ने इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान में लिया. देशभर में काफी अधिक विवाद होने के बावजूद उन्होंने मुस्लिम दंपत्ति का पासपोर्ट जारी करने के निर्देश दिए थे.

Intro:एंकर लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का 67 वर्ष की उम्र में निधन हो गया स्वराज के निधन से बीजेपी में शोक की लहर दौड़ गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्री अमित शाह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित सभी बड़े नेताओं ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक जताया है सुषमा स्वराज का लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश से भी काफी लगाव और जुड़ाव रहा उनके बिना उत्तर प्रदेश के विधानसभा या लोकसभा चुनाव में प्रचार नहीं हो पाता था वह बीजेपी की बड़ी स्टार प्रचारक के रूप में चुनाव मैदान में आती थी और प्रचार करके बीजेपी प्रत्याशियों के लिए वोट मांगने का काम करती थी बीजेपी नेताओं और प्रत्याशियों की तरफ से चुनाव प्रचार के दौरान सुषमा स्वराज की भारी डिमांड की जाती थी यही नहीं खास बात यह भी थी कि लखनऊ में से चुनाव लड़ने वाले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई हों या फिर नरेंद्र मोदी सरकार पार्ट वन में देश के गृह मंत्री बनाए गए राजनाथ सिंह सभी के चुनाव प्रचार के लिए सुषमा स्वराज को लखनऊ बुलाया जाता रहा है और वह कई जनसभाएं संबोधित करके वोट मांगने का काम करती थीं।


Body:वीओ यूपी के हर चुनाव में रहतीं थीं स्टार प्रचारक बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज उत्तर प्रदेश के विधानसभा और लोकसभा चुनावों के दौरान स्टार प्रचारकों में शुमार रहती थी पार्टी के नेताओं और चुनावी प्रत्याशियों की तरफ से उनकी एक ही जनसभा लगाए जाने की भारी डिमांड रहती थी कार्यकर्ताओं के बीच बेहद सरल और सौम्य नेता की पहचान बना चुकी सुषमा स्वराज काफी लोकप्रिय नेता रही है हर चुनाव में वह उत्तर प्रदेश में कई जनसभाएं करती थी उत्तर प्रदेश के लखनऊ ही नहीं कानपुर वाराणसी इलाहाबाद सहित तमाम बड़े महानगरों में चुनाव प्रचार के लिए अतिथि बीजेपी की तरफ से उन्हें स्टार प्रचारक भी बनाया जाता रहा है अटल बिहारी वाजपेई के बाद लालजी टंडन राजनाथ सिंह के चुनाव में वह भी वोट मांगने के लिए लखनऊ आती थी 2014 के चुनाव में राजनाथ सिंह के लिए वोट मांगने वह लखनऊ आई थी और कपूरथला चौराहे पर आयोजित एक जनसभा में भी उन्होंने शिरकत की थी। निरालानगर के माधव सभागार में किए कई कार्यक्रम लखनऊ के निराला नगर स्थित सरस्वती शिशु मंदिर के माधव सभागार में उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया बीजेपी की तरफ से आयोजित कार्यक्रमों में वह खूब आती रही तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े तमाम कार्यक्रमों में भी वह आए एक बार वह मातृ दिवस कार्यक्रम में भी इसी सभागार में शिरकत करने आई थी उन्होंने अपने शानदार उद्बोधन से लोगों को काफी आकर्षित किया उन्होंने इस सम्मेलन में पाश्चात्य संस्कृति को त्यागने और अपनी भारतीय संस्कृति को अपनाने की बात कही थी उन्होंने इस मातृ दिवस समारोह में यह भी कहा था कि मां अपने बच्चों को फास्ट फूड के बचाए घर का अपने हाथ का बना हुआ भोजन कराएं जिससे उनकी सेहत ठीक रहे और बच्चों को फास्ट फूड से अधिक से अधिक दूर रखने की कोशिश करें भारतीय वेशभूषा धारण करने वाली सुषमा स्वराज की बीजेपी में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के बाद सबसे अधिक कार्यकर्ताओं में वह लोकप्रिय रही है अटल बिहारी वाजपेई और लालकृष्ण आडवाणी की भी काफी प्रिय रहीं हैं। उत्तर प्रदेश के हर चुनाव में उनकी बड़ी संख्या में जनसभाएं लगती रही है उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता रहे पूर्व मंत्री सीमा रिजवी और वर्तमान समय में योगी आदित्यनाथ सरकार में औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना से काफी घनिष्ठ संबंध रहे सतीश महाना उनके ही आशीर्वाद से राजनीतिक विकास में काफी आगे बढ़े सतीश महाना उनके सबसे प्रिय नेताओं में शुमार रहे हैं केंद्र में जब अटल बिहारी वाजपेई की सरकार बनी थी तब भी लखनऊ में उनकी खूब दौरे होते रहे हैं लखनऊ के लोगों से उनकी काफी बनती भी रही है लालजी टंडन सहित तमाम नेताओं से उनके काफी घनिष्ठ संबंध रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्रीधर अग्निहोत्री कहते हैं कि वह बीजेपी कार्यकर्ताओं के लिए एक रोल मॉडल की तरह बड़ी बीजेपी नेता रही है चुनावी जनसभा में उनकी डिमांड रहती थी यही कारण है कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें उत्तर प्रदेश के सभी चुनाव में स्टार प्रचारक के रूप में भेजती रही है उन्होंने कार्यकर्ताओं के बीच एक बेहद मिलनसार और सौम्य स्वभाव की नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई थी निश्चित रूप से उनके निधन से भारतीय राजनीत के लिए यह बड़ी और अपूर्णीय क्षति है।


Conclusion:2019 के जनवरी महीने में योगी आदित्यनाथ सरकार के द्वारा आयोजित प्रवासी भारतीय समारोह में हुआ हिस्सा लेने लखनऊ के लोग भवन आई हुई थी वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस समारोह में शामिल हुए और प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी उन्होंने हिस्सा लिया इससे पहले भी वह उत्तर प्रदेश के वाराणसी व लखनऊ में कई दौरे कर चुकी थी। लखनऊ में पासपोर्ट प्रकरण और मुस्लिम दंपत्ति के साथ अभद्रता के मामले में उनके पासपोर्ट को रद्द किए जाने को लेकर सुषमा स्वराज की भी काफी खिंचाई हुई थी जिसके बाद सुषमा स्वराज ने इस पूरे घटनाक्रम को संज्ञान लिया और देशभर में काफी अधिक विवाद होने के बावजूद उन्होंने मुस्लिम दंपत्ति का पासपोर्ट जारी करने के निर्देश दिए थे जिससे भी उनकी छवि काफी चर्चा में रही कि विवाद होने के बावजूद उन्होंने पासपोर्ट जारी किया।
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