लखनऊ: समाजवादी पार्टी और विपक्ष के सदस्यों ने विधान परिषद में बुधवार को गन्ना मूल्य बढ़ाए जाने और बकाया भुगतान करने में हो रही देरी को मुद्दा बनाकर सदन में जमकर हंगामा किया. गन्ना मंत्री सुरेश राणा के जवाब से नाराज होकर समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया.
गन्ना किसानों के बकाया भुगतान का मामला शून्य काल में विपक्ष ने उठाया. नियम 105 के तहत समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन को अवगत कराया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने चुनाव के समय किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था. गन्ना का बकाया 14 दिन के अंदर भुगतान करने की बात कही थी, लेकिन वर्तमान समय में गन्ना किसान की हालत खराब है. 2 साल से गन्ना भुगतान बकाया है. सरकार ने गन्ने की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की है, जबकि गन्ने की वर्तमान लागत 300 रुपये प्रति क्विंटल से भी ज्यादा है.
दीपक सिंह और नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने भी गन्ना किसानों के बकाया भुगतान का मामला कार्य स्थगन के रूप में उठाया. अधिष्ठाता ने समाजवादी पार्टी के सदस्यों की सूचना को भी इसी सूचना के साथ संबध कर दिया. सूचना की ग्राहता पर दीपक सिंह, शशांक यादव, नरेश उत्तम, संजय लाठर, नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अपने विचार व्यक्त किए.
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि 30 माह में 77000 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड भुगतान सरकार ने किया है. कई बंद पड़ी चीनी मिलों को चालू किया गया है. तीन नई चीनी मिलें पूर्वांचल में लगाई गई हैं. बीते सत्र का 2660 करोड़ रुपया बकाया है. पिछली सरकारों में 10 चीनी मिलें बंद हुई थी.
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मंत्री पर गलत बयानी का आरोप लगाते हुए समाजवादी पार्टी के सदस्य वेल में आ गए. बाद में कांग्रेसी भी वेल में आ गए. अधिष्ठाता यज्ञ दत्त शर्मा ने कहा कि पहले मंत्री की बात सुनें, फिर प्रश्न करें, लेकिन समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने सदन से वॉकआउट किया. इसके बाद कांग्रेस भी बाहर चली गई.