लखनऊः उत्तर प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर साढे़ तीन वर्ष में गन्ना सेक्टर में योगदान की उपलब्धियां गिनाईं. गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि प्रदेश के 67 लाख गन्ना किसानों के तीन करोड़ 35 लाख परिवार की जीविका का आधार है और अर्थव्यवस्था की रीढ़ भी है. गन्ना मंत्री ने बताया कि इस दौरान गन्ना किसानों का रिकॉर्ड एक लाख 12 हजार 829 करोड़ रुपए का भुगतान हुआ जो अब तक का सबसे अधिक भुगतान है.
नई चीनी मिलों की स्थापना
गन्ना मंत्री सुरेश राणा ने बताया कि किसान की खुशहाली के लिए पूर्वांचल की बंद पड़ी निगम क्षेत्र की चीनी मिल पिपराइच गोरखपुर मुंडेरवा बस्ती में 5000 टीसीडी क्षमता की नई मिल का निर्माण किया गया. प्रदेश सरकार के गन्ना मंत्री ने बताया कि ऑनलाइन खांडसारी लाइसेंस नीति जारी की गई है. इस व्यवस्था के तहत 100 घंटे में लाइसेंस जारी करने की सुविधा प्रदान की गई. नई खांडसारी इकाई के लाइसेंस के लिए चीनी मिल से न्यूनतम 15 किलोमीटर दूरी को घटाकर साढ़े सात किलोमीटर का दिया गया.
महिला उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाना
गन्ना मंत्री ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी बनाने के लिए बड़ चिप विधि से गन्ने की पौध तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. इसके बाद यह महिलाएं इन पौधों की बिक्री कर आय अर्जित कर सकेंगे. प्रदेश के 36 जिलों में 812 महिला स्वयं सहायता समूह का गठन भी हो चुका है.
88,534 किसानों ने की शिकायत
गन्ना किसानों की समस्याओं के लिए टोल फ्री नंबर जारी हुआ है जिस पर 88,534 गन्ना किसानों ने अपनी शिकायत दर्ज की है. इन सभी गन्ना किसानों की समस्याओं का समाधान भी हुआ. इसके साथ गन्ना किसानों को एम किसान पोर्टल से भी संबंध किया जा रहा है. बताते चलें कि प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है. यही कारण है कि प्रदेश सरकार के गन्ना मंत्री लगातार अधिकारियों के साथ बैठक कर किसानों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दे रहे हैं.