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गन्ना किसानों को तौल के लिए मिलेगा अतिरिक्त समय: गन्ना आयुक्त - sugarcane farmers problems

प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि अब गन्ना किसानों को गन्ना समितियों में तौल के लिए अतिरिक्त समय मिलेगा. बता दें कि किसी किसान की पर्ची ओवर डेट होने जाने पर पहले उसे एक बार ही मौका मिलता था, लेकिन अब किसानों को तौल के लिए दो बार मौका मिलेगा.

गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी
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Published : Dec 12, 2020, 9:43 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने प्रदेश के गन्ना विकास विभाग द्वारा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कार्यक्रम के तहत गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने की व्यवस्था की है. इस नई व्यवस्था के अंतर्गत किसानों को गन्ना समितियों के चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए इंतजाम किए गए हैं.

गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि यदि किसी किसान की पर्ची निर्धारित समय में तौल न होने के कारण ओवर डेट हो जाती है तो सात दिन के भीतर वह पर्ची रिवैलिडेट हो जाती हैं. पहले किसानों को यह मौका सिर्फ एक बार ही मिलता था, लेकिन अब किसानों को दो बार इस सुविधा का लाभ मिलेगा. इसका मैसेज किसान के मोबाइल नंबर पर आएगा. इसके लिए गन्ना किसानों को समितियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

नंबर गलत हो तो तत्काल सही कराएं किसान
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने प्रदेश के किसानों से अपील करते हुए कहा कि जिन किसानों के मोबाइल नंबर गलत हैं, वह तत्काल ठीक करा लें. अथवा ई गन्ना ऐप के माध्यम से पता ठीक करा लें. जिन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है, वहां एक्नॉलेजमेंट चीज भेजी जा रही है, जिसके द्वारा ई गन्ना वेबसाइट से सप्लाई टिकट नंबर को नोट करके किसान अपने गन्ने की तौल करा सकते हैं.

बताते चलें कि प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है. यही कारण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और गन्ना मंत्री लगातार अधिकारियों को गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दे रहे हैं. इसी कड़ी में अधिकारी लगातार गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने प्रदेश के गन्ना विकास विभाग द्वारा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस कार्यक्रम के तहत गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने की व्यवस्था की है. इस नई व्यवस्था के अंतर्गत किसानों को गन्ना समितियों के चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए इंतजाम किए गए हैं.

गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने बताया कि यदि किसी किसान की पर्ची निर्धारित समय में तौल न होने के कारण ओवर डेट हो जाती है तो सात दिन के भीतर वह पर्ची रिवैलिडेट हो जाती हैं. पहले किसानों को यह मौका सिर्फ एक बार ही मिलता था, लेकिन अब किसानों को दो बार इस सुविधा का लाभ मिलेगा. इसका मैसेज किसान के मोबाइल नंबर पर आएगा. इसके लिए गन्ना किसानों को समितियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे.

नंबर गलत हो तो तत्काल सही कराएं किसान
गन्ना आयुक्त संजय भूसरेड्डी ने प्रदेश के किसानों से अपील करते हुए कहा कि जिन किसानों के मोबाइल नंबर गलत हैं, वह तत्काल ठीक करा लें. अथवा ई गन्ना ऐप के माध्यम से पता ठीक करा लें. जिन क्षेत्रों में मोबाइल नेटवर्क की समस्या है, वहां एक्नॉलेजमेंट चीज भेजी जा रही है, जिसके द्वारा ई गन्ना वेबसाइट से सप्लाई टिकट नंबर को नोट करके किसान अपने गन्ने की तौल करा सकते हैं.

बताते चलें कि प्रदेश सरकार गन्ना किसानों की समस्याओं को लेकर काफी गंभीर है. यही कारण है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और गन्ना मंत्री लगातार अधिकारियों को गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने का निर्देश दे रहे हैं. इसी कड़ी में अधिकारी लगातार गन्ना किसानों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं.

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