ETV Bharat / state

एंटी-टैंक गाइडेड स्वदेशी मिसाइल 'NAAG' का पोखरण में सफल परीक्षण पूरा

स्वदेशी मिसाइल नाग के 7 जुलाई से 18 जुलाई तक पोखरण में हुए सभी परीक्षण सफल हुए. सभी मिसाइलों ने अपने टारगेट को पूरा किया, जिसमें न्यूनतम और अधिकतम सीमाएं, प्रत्यक्ष हमले और साथ ही शीर्ष हमले शामिल थे.

author img

By

Published : Jul 19, 2019, 11:27 PM IST

मिसाइल 'NAAG' का पोकरण में सफल परीक्षण पूरा.

जयपुर/जैसलमेर. स्वदेशी रूप से विकसित एनएजी -थर्ड जनरेशन के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में अपना परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है.

मिसाइल 'NAAG' का पोखरण में सफल परीक्षण.

स्वदेशी रूप से विकसित नाग तीसरी पीढ़ी के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) ने भारतीय सेना द्वारा 7-18 जुलाई 2019 के दौरान पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में कई बार परीक्षण किया है. सभी मिसाइलों ने अपने टारगेट को पूरा किया, जिसमें न्यूनतम और अधिकतम सीमाएं, प्रत्यक्ष हमले और साथ ही शीर्ष हमले शामिल थे.

सभी मिसाइलों ने अपने लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया. NAG ATGM को DRDO द्वारा सभी मौसम की स्थिति में अत्यधिक दृढ़ दुश्मन टैंकों को संलग्न करने के लिए विकसित किया गया है. एनएजी-फायर एंड फॉरगेट एंटी टैंक मिसाइल लॉक-ऑन- बिफोर-लॉन्च मोड में इन्फ्रारेड से टारगेट को बना लेता है और अगर टारगेट इधर उधर हिलता भी है तो वह इंफ्रारेड के माध्यम से टारगेट को सही से हिट करती है. मजबूत इमेजिंग एल्गोरिथ्म ने मिसाइल को अत्यधिक गर्मी में भी सटीक काम करने की योग्यता दी है.

जयपुर/जैसलमेर. स्वदेशी रूप से विकसित एनएजी -थर्ड जनरेशन के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में अपना परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है.

मिसाइल 'NAAG' का पोखरण में सफल परीक्षण.

स्वदेशी रूप से विकसित नाग तीसरी पीढ़ी के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) ने भारतीय सेना द्वारा 7-18 जुलाई 2019 के दौरान पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में कई बार परीक्षण किया है. सभी मिसाइलों ने अपने टारगेट को पूरा किया, जिसमें न्यूनतम और अधिकतम सीमाएं, प्रत्यक्ष हमले और साथ ही शीर्ष हमले शामिल थे.

सभी मिसाइलों ने अपने लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया. NAG ATGM को DRDO द्वारा सभी मौसम की स्थिति में अत्यधिक दृढ़ दुश्मन टैंकों को संलग्न करने के लिए विकसित किया गया है. एनएजी-फायर एंड फॉरगेट एंटी टैंक मिसाइल लॉक-ऑन- बिफोर-लॉन्च मोड में इन्फ्रारेड से टारगेट को बना लेता है और अगर टारगेट इधर उधर हिलता भी है तो वह इंफ्रारेड के माध्यम से टारगेट को सही से हिट करती है. मजबूत इमेजिंग एल्गोरिथ्म ने मिसाइल को अत्यधिक गर्मी में भी सटीक काम करने की योग्यता दी है.

Intro:स्वदेशी मिसाइल नाग के सफल परीक्षण हुए पूर्ण 7 जुलाई से 18 जुलाई तक पोकरण में हुए सभी परीक्षण सफलBody: स्वदेशी रूप से विकसित एनएजी - थर्ड जनरेशन के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम) ने पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में अपना परीक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण कर लिया है नाग स्वदेशी रूप से विकसित तीसरी पीढ़ी के एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) ने भारतीय सेना द्वारा 7-18 जुलाई 2019 के दौरान पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में कई बार परीक्षण किया है सभी मिसाइलों ने अपने टारगेट को पूरा किया, जिसमें न्यूनतम और अधिकतम सीमाएं, प्रत्यक्ष हमले और साथ ही शीर्ष हमले शामिल थे सभी मिसाइलों ने अपने लक्ष्य पर सीधा प्रहार किया। NAG ATGM को DRDO द्वारा सभी मौसम की स्थिति में अत्यधिक दृढ़ दुश्मन टैंकों को संलग्न करने के लिए विकसित किया गया है एनएजी-फायर एंड फॉरगेट एंटी टैंक मिसाइल लॉक-ऑन- बिफोर-लॉन्च मोड में इन्फ्रारेड से टारगेट को बना लेता है और अगर टारगेट इधर उधर हिलता भी है तो वह इंफ्रारेड के माध्यम से टारगेट को सही से हिट करती है । मजबूत इमेजिंग एल्गोरिथ्म ने मिसाइल को अत्यधिक गर्मी में भी सटीक काम करने की योग्यता दी हैConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.