लखनऊः यूपी में 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा को लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) बरेली ने एक अनूठी पहल की है. स्कूलों में छात्रों के लिए स्वाध्याय केंद्र स्थापित किए गए हैं. इसमें छात्र टीचर की निगरानी में सेल्फ स्टडी करते हैं. साथ ही उनको किसी विषय में कोई समस्या होने पर शिक्षकों से पूछ सकते हैं. इतना ही नहीं, बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए योग भी करवाया जाता है.
लखनऊ में मिशन टॉपर की शुरुआत करीब दो साल पहले डीआईओएस बरेली डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने की थी. वे अभी बरेली में जिला विद्यालय निरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं. उन्होंने इस मिशन को बरेली में आगे बढ़ाने की ठान ली. उन्होंने बताया कि इस मिशन के तहत सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले मेधावी बच्चों के घर जाकर उनकी पढ़ाई की स्थिति को जानने की प्रक्रिया शुरू की गई थी. इसमें पता चला कि ग्रामीण परिवार में बच्चों को पढ़ने के लिए जगह तक नहीं मिलती है. इसके चलते स्कूलों में स्वाध्याय केंद्र की शुरुआत की गई है.
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स्वाध्याय केंद्र में करीब 6 से 8 घंटे तक छात्र शिक्षक की निगरानी में सेल्फ स्टडी करते है. पहले सेशन का समय तीन घंटे रखा गया है. साथ ही यहां छात्रों को 15 मिनट योग कराया जाता है. साथ ही बच्चों की सुरक्षा का भी पूरा ध्यान रखा जाता है. इस केंद्र में यूपी बोर्ड के सभी स्कूलों से कक्षा 10 और 12 वीं के पांच-पांच मेधावियों को चिन्हित किया गया है.
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