लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के नए परिसर में वार्डेन के खिलाफ आंदोलित छात्रों ने शुक्रवार को भूख हड़ताल (Students protest against hostel warden) शुरू कर दी. इससे विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया. आंदोलित छात्रों का आरोप है कि वार्डेन डॉ. राधेश्याम पर अश्लील और अभद्र भाषा बोलने का आरोप लगाते हुए उन्हें हटाने की मांग की है. उनका कहना है कि अगर दो छात्र एक बेड पर बैठ या लेट है तो उन पर होमोसेक्सुअल होने का आरोप लगाते हैं. उनके अमर्यादित अचारण से करीब 25 छात्रों ने छात्रावास छोड़ दिया है.
हॉस्टल वार्डेन के खिलाफ छात्रों ने खोला मोर्चा: सीतापुर रोड स्थित लविवि के नए परिसर के होमी जहांगीर भाभा विधि छात्रावास के छात्र पिछले कई दिनों से वार्डेन के खिलाफ आंदोलित है. वह लगातार वार्डेन डॉ. राधेश्याम को हटाने की मांग कर रहे है. धरना-प्रदर्शन के बाद सुनवाई नहीं होने से नाराज छात्रों ने शुक्रवार की सुबह से ही परिसर की सड़क के किनारे भूख हड़ताल शुरू कर दी. दोपहर से बैठे कई छात्र गर्मी के चलते मूर्छित हो गए. कई एक की तबीयत बिगड़ गई.
छात्रों को धमकाने का आरोप: भूख हड़ताल कर रहे छात्रों का कहना था कि अगर कोई छात्र उनकी बात से असहमत होता है तो वार्डेन गलत आचरण की नोटिस देकर छात्रावास से निकलाने की धमकी देते हैं. असहनीय और मानसिक प्रताडऩा देने वाला है व्यवहार उनका कहना है कि छात्रावास के छात्रों के साथ उनका व्यवहार अव्य़ावहारिक, असहनीय, अमर्यादित और मानसिक प्रताडऩा देने वाला है. दो दिन पहले एक छात्र के साथ बहुत ही गंदे तरीके से बात करके सबके सामने जलील किया है. इसे वह छात्र रोने लगा और मानसिक तनाव में आ गया है.
प्राक्टर ने मान मुव्वल के बाद स्थगित की हड़ताल: छात्रों की भूख हड़ताल का कई छात्र संगठनों से समर्थन मिलने लगा. विवि के कई संकायों के छात्र भी उनके समर्थन में आ गए. भूख हड़ताल से घबराए विवि प्रशासन ने छात्रों को शांत कराने की जिम्मेदारी विवि के चीफ प्राक्टर प्रो. राकेश द्विवेदी को सौंपी. प्राक्टर प्रो. राकेश ने कई दौर की वार्ता के बाद छात्रों को भूख हड़ताल समाप्त करने के लिए मना लिया है. छात्रों ने उन्हें करीब दो हफ्ते का समय देते हुए अपनी भूख हड़ताल स्थगित कर दी है.
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