लखनऊ: राजधानी के डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में आगामी 1 मार्च से कक्षाओं का संचालन किया जाएगा. फिलहाल सिर्फ अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को बुलाने का फैसला लिया गया है. करीब एक साल बाद यह विश्वविद्यालय खुलने जा रहा है.
कुलपति ने दी जानकारी
विश्वविद्यालय में अंतिम वर्ष यानी एलएलबी 5वें वर्ष में कुल 170 छात्र हैं. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एसके भटनागर ने बताया कि अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की इंटर्नशिप होती है, इसी दौरान इनका प्लेसमेंट और प्रमाण पत्र दिए जाते हैं. ऐसे में पहले इनको बुलाया गया है. खास बात यह है कि अंतिम वर्ष के इन छात्र-छात्राओं को भी तीन चरणों में बुलाया गया है. पहले चरण में 1 मार्च, दूसरे चरण में 7 मार्च और तीसरे चरण में 15 मार्च को यह छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय में रिपोर्ट करेंगे.
कुलपति ने बताया कि यह विश्वविद्यालय पूरी तरह से रेजिडेंशियल है. यहां छात्र-छात्राओं से लेकर शिक्षक और कर्मचारी सभी परिसर में रहते हैं. ऐसे में कोविद प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए और लोगों की सुरक्षा को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
छात्रों को घर से लाना होगा टिफिन बॉक्स
कुलपति ने बताया कि 15 मार्च के बाद चौथे वर्ष के छात्र-छात्राओं को विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. 30 मार्च तक 3 चरणों में विद्यार्थी प्रवेश करेंगे. कोविड-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सभी छात्र छात्राओं को घर से अपना टिफिन बॉक्स लाने के निर्देश दिए गए हैं. मेस के डायनिंग एरिया में सभी छात्र छात्राओं को एक साथ भोजन करने की अनुमति भी नहीं दी जाएगी.
उन्हें कोविड-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के आधार पर छोटे-छोटे समूह में बैठने की अनुमति दी जाएगी. छात्रों को मेस का भोजन भी उनके टिफिन बॉक्स में ही उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं छात्र हॉस्टल के कमरे में अपना भोजन कर सकेंगे. एक साथ बैठकर मेस में भोजन करने की अनुमति नहीं दी गई है.
छात्रों के विरोध पर शुरू हुई है ऑफलाइन क्लास
लोहिया विधि विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की ओर से लगातार ऑनलाइन क्लासेस का विरोध किया जा रहा है. छात्रों का कहना है कि दूरदराज के क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर काफी समस्याएं आ रही हैं. ऐसे में उनका नुकसान हो रहा है. इसको लेकर छात्रों में काफी नाराजगी भी रही है. बीते दिनों छात्र छात्राओं ने ऑनलाइन क्लासेस का कई बार बॉयकॉट भी कर दिया. इसके बाद ही विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से ऑफलाइन क्लासेस शुरू करने को लेकर रजामंदी दी गई है.
छात्रों और अभिभावकों को इन बातों का रखना होगा ध्यान
- 1 - कोविड प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए अभिभावक और छात्र दोनों से सहमति पत्र मांगा गया है.
- 2 - विश्वविद्यालय में प्रवेश करने से पहले सभी छात्र-छात्राओं को अपनी कोविड-19 रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी.
- 3 - विश्वविद्यालय प्रशासन ने साफ किया है कि यह कोविड-19 की रिपोर्ट 3 दिन से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए.
- 4 - परिसर में प्रवेश से पहले छात्रों को सैनिटाइज किया जाएगा.