लखनऊ: देश के सभी इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) व प्रतिष्ठित इंडियन संस्थान में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाले संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई मेंस) के दूसरे चरण की गुरुवार को शुरू हो गई. जेईई मेंस के परीक्षा में पहले दिन रसायन विज्ञान और गणित के सवालों ने छात्रों को खूब उलझाया. वहीं फिजिक्स के सवाल आसान होने से छात्रों ने काफी राहत की सांस ली. संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2023 लखनऊ के 12 परीक्षा केंद्रों पर हुई. गुरुवार को सभी केन्द्रों परीक्षा दो पाली में हुई.
पहली पाली की परीक्षा सुबह 9 से 12 बजे व दूसरी पाली में दोपहर तीन से शाम छह के बीच हुई. यह परीक्षा 15 अप्रैल तक चलेगी. जेईई मेंस के दूसरे चरण के परीक्षा का पैटर्न भी यही में पहले चरण की पेपर की तरह था. परीक्षा दे रहे छात्रों से पहले चरण की तरह ही 300 अंक के 90 सवाल पूछे गए थे. सभी पेपर 2 पार्ट में आए थे. प्रत्येक भाग के 3 सेक्शन भौतिक रसायन और गणित के सवाल पूछे गए थे.
परीक्षा देकर निकले छात्रों ने बताया कि इस बार के परीक्षा में 11वीं और 12वीं के सीबीएसई बोर्ड के सिलेबस के चैप्टर के सवाल पूछे गए थे. जिन छात्रों ने सीबीएसई बोर्ड की किताबों से तैयारी की होगी, उन्हें काफी आसानी रही होगी. परीक्षा देकर निकले छात्रों का कहना है कि इस बार भौतिक के तुलना में गणित का पाठ काफी कठिन रहा. इस कारण छात्रों मैं कई सवालों को छोड़ दिया. परीक्षा देकर बाहर निकले अभ्यर्थी ने बताया कि परीक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री और गणित के 30-30 सवाल पूछे गए.
जेईई मेंस के विशेषज्ञ आदित्य कुमार ने बताया कि भाग 1 में भौतिक के कुल 30 प्रश्न थे. इसके पहले भाग में 20 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गए थे, जिसमें सिंगल कैरेक्टर के जवाब देने थे. इसके अलावा भाग 2 में 10 न्यूमेरिट बेस्ड सवाल पूछे गए थे, जिनमें से केवल पांच को करना था. वहीं भाग 2 के रसायन में कुल 30 प्रश्न थे. इसके पहले भाग में 20 बहुविकल्पीय प्रश्न थे, जिसमें सिंगल करैक्टर के जवाब देने थे. इसके भाग 2 में दस न्यूमेरिक के सवाल पूछे गए थे, जिनमें से केवल पांच को करना था.
उन्होंने बताया कि गणित का सवाल औसत लेवल का था. खासतौर पर अलजेब्रा और कैलकुलस सहित सभी चैप्टर से सवाल पूछे गए थे. इसके अलावा मेट्रिसेस, 3D ज्योमेट्री, बिनोमियल थ्योरम, डेफिनिटी इंटीग्रल्स जैसे चैप्टर से सवाल पूछे गए थे. हालांकि न्यूमेरिकल सेक्शन लंबे होने के कारण छात्रों को यह काफी कठिन लगा. उन्होंने बताया कि इसके अलावा इस बार भौतिक का पाठ काफी आसान आया था.
भौतिक विज्ञान में लॉ ऑफ मोशन, रोटेशनल मोशन वर्क, पावर एंड एनर्जी, सिंपल हार्मोनिक मोशन, सेमीकंडक्टर व मॉडर्न फिजिक्स चैप्टर से सवाल पूछे गए थे. इस भाग में न्यूमैरिक्स का पाठ काफी आसान था, जिससे छात्रों को काफी राहत मिली. इसके अलावा रसायन विज्ञान के पेपर में छात्रों से एनसीईआरटी के सवालों को काफी वेटेज दिया गया था. जिन छात्रों ने एनसीईआरटी से तैयारी नहीं की थी, उनके लिए यह काफी कठिन रहा.