लखनऊः मंडलायुक्त डॉ. रौशन जैकब व जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार के निर्देशों पर शनिवार को एफएसडीए एवं एसटीएफ ने मानव चैरिटेबल ब्लड हैंड कॉम्पोनेंट सेंटर पर छापा मारा. निरीक्षण के दौरान रक्त कोष के अंदर भारी अनियमितताएं और कमियां पाई गई. निरीक्षण के दौरान मेडिकल ऑफिसर, टेक्निकल सुपरवाइजर व टेक्नीशियन अनुपस्थित पाए गए. मौके पर केवल स्टाफ नर्स ही उपस्थित मिली. स्टाफ नर्स ने बताया गया कि मेडिकल ऑफिसर लद्दाख गए हुए हैं. वहीं, रक्त कोष के अंदर कोई कार्य होता नहीं पाया गया.
संयुक्त टीम ब्रजेश कुमार, सहायक आयुक्त औषधि एवं माधुरी सिंह औषधि निरीक्षक के साथ छापे की कार्रवाई की गई. अभिलेखों के सत्यापन के दौरान पाया गया कि इनके ब्लड बैंक में राजस्थान के जयपुर, चूरू एवं पंजाब के भटिंडा से पीआरबीसी मंगाई जाती है. जिसके सत्यापन के दौरान पाया गया कि नाको द्वारा निर्धारित नियमावली के अंतर्गत पीआरबीसी की सप्लाई का कोई परमिशन अंडर स्टेट नहीं लिया गया है.
मौके पर उससे संबंधित अभिलेख नहीं दिखाया गया. यह भी नहीं बताया गया कि कितने टेंपरेचर पर ब्लड लाया जाता है. मौके पर ब्लड बैंक पर नोटिस चस्पा था कि तकनीकी कारणों से ब्लड बैंक दिनांक 29.6.22, से 2.7.22 तक बंद रहेगा. जिसकी सूचना पूर्व में अधोहस्ताक्षरी के कार्यालय में प्राप्त नहीं कराया गया और न ही आयुक्त खाद्य सुरक्षा में औषधि प्रशासन उत्तर प्रदेश लखनऊ के कार्यालय में प्राप्त कराया गया.
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ये खामियां भी मिली
- निरीक्षण में डोनर फार्म मेडिकल ऑफिसर द्वारा सत्यापित नहीं है. साथ ही पूर्ण विवरण अंकित नहीं पाया गया.
- खाली ब्लड बैग के रिकॉर्ड मौके पर प्रस्तुत नहीं किया गया. मौके से ब्लड बैंक से एक ब्लड का नमूना एकत्र करके पीजीआई लखनऊ को विश्लेषण के लिए प्राप्त कराया गया है.
- ब्लड बैंक के अंदर sop प्रदर्शित नहीं पाया गया. साथ ही मौके पर बायो मेडिकल वेस्ट एग्रीमेंट प्रस्तुत नहीं किया गया. निरीक्षण में कालातीत ब्लड के रिकॉर्ड प्रस्तुत नहीं किए गए.
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