लखनऊ: यूपी एसटीएफ ने सी टेट (Central Teacher Eligibility Test) की परीक्षा में सॉल्वर बैठाकर परीक्षा हल कराने वाले अभ्यर्थी व सॉल्वर को गिरफ्तार किया है. एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए आरोपी का नाम शुभम यादव है, जो जौनपुर का रहने वाला है. वहीं सॉल्वर बिहार का रहने वाला मनीष कुमार है. दोनों की गिरफ्तारी बंथरा से हुई है.
एसटीएफ एसएसपी विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि सॉल्वर गैंग की गिरफ्तारियों को लेकर सूचना टीम गठित की गई थी. सूचना मिली थी कि 25 जनवरी को होने वाली सी टेट परीक्षा में सुल्तान फाउन्डेशन बन्थरा में अभ्यर्थी शुभम यादव के स्थान पर साल्वर बैठने वाला है. इस सूचना पर एसटीएफ की साइबर टीम ने मुखबिरों को सक्रिय किया. मुखबिर की मदद से सुल्तान फाउन्डेशन बन्थरा से साल्वर मनीष कुमार खरवार व शुभम यादव को गिरफ्तार किया गया.
पूछताछ में मनीष ने बताया कि साल 2016 से कंकड बाग पटना में रहकर सिविल सर्विसेस की तैयारी कर रहा था. घर की आर्थिक स्थित ठीक न होने के कारण पार्ट टाइम जॉब ढूंढ रहा था. इसी बीच उसकी मुलाकात राजीव व सुरेन्द्र से हुई. उन्होने बताया कि उनके द्वारा साल्वरों का एक संगठित गिरोह संचालित किया जा रहा है. इस गिरोह के द्वारा अम्यर्थी के फार्म पर फोटो व बायोमैट्रिक पूर्व में ही साल्वर की करायी जाती है, जिससे मूल अभ्यर्थी के स्थान पर साल्वर को बैठाते समय फोटो व बायोमैट्रिक मैच हो जाये, परीक्षा के समय मूल अभ्यर्थी के पहचान पत्र को फोटोशाप के माध्यम से एडिट कर साल्वर की फोटो लगा दी जाती है, जिससे साल्वर पकडे़ नही जाते. कहा कि उसे सॉल्वर का काम करना पड़ेगा. प्रति परीक्षा 10 से 15 हजार रुपए मिलेंगेय रुपए कमाने के लालच में वह साल 2019 से सॉल्वर बनकर अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा दे रहा है.
मनीष ने बताया कि उसने अभी हाल ही में Central Teacher Eligibility Test 2022 में राॅची, लखनऊ कानपुर में साल्वर के रूप कई अभ्यर्थियों के स्थान पर बैठ कर पेपर दिए हैं. शुभम यादव के स्थान पर परीक्षा देने के लिए पटना कोटा ट्रेन से आया था, जिसके लिए टिकट, शुभम यादव नाम का कूटरचित आधार कार्ड व 10 हजार रूपये राजीव व सुरेन्द्र ने दिये थे. एसटीएफ उससे पूछताछ कर रही है.
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