लखनऊः मऊ के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी भले ही पंजाब की रोपड़ जेल में बंद हैं लेकिन उनकी बेटे अब्बास अंसारी की विदेशी असलहों को रखने के मामले में मुश्किलें बढ़ने वाली हैं. अवैध विदेशी असलहा की जांच में जुटी एसटीएफ की टीम अब गाजीपुर जनपद के जिला प्रशासन के बाबू की जांच भी कर रही है. इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन के प्रतिबंध के बावजूद भी भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के प्रमाण पत्र के बिना अब्बास अंसारी पर विदेशों से असलहे खरीदने का मामला है. इस मामले में 2019 में ही महानगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.
जांच में जुटी एसटीएफ
बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी की मुश्किलें तो लगातार बढ़ ही रही हैं. वहीं उनके बेटे अब्बास अंसारी पर भी अब पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है. अब्बास अंसारी के खिलाफ 2019 में आर्म्स एक्ट के तहत महानगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. वहीं इस मामले में पुलिस ने दिल्ली के आवास पर छापा मारकर छह असलहे समेत 4000 कारतूस बरामद किए थे. भारी मात्रा में हथियारों की बड़ी खेप मिलने से पुलिस के होश उड़ गए. वहीं अब इस मामले में एसटीएफ जांच में जुटी हुई है.
नियमों को दरकिनार कर खरीदा असलाह
मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास पर आरोप है कि उसने भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के नियमों को दरकिनार करके विदेशी असलहे और कारतूस खरीदे थे. वहीं निशानेबाजी की हैसियत से भी निर्धारित सीमा से ज्यादा हथियार खरीदे. इस पूरे मामले में गाजीपुर जनपद के जिला प्रशासन के उन बाबू की भी जांच हो रही है, जिन्होंने अब्बास अंसारी की मदद की.