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न जानें कहां छिपे मणिलाल पाटीदार, 5 माह से खाक छान रही STF

आईपीएस मणिलाल पाटीदार 5 महीने से न जाने कहां छुप गए हैं, उनका कुछ पता ही नहीं चल रहा है. इनपर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया है. अब यह इनामी आईपीएस हो चुके हैं, लेकिन इन्हें न तो महोबा पुलिस खोज पा रही है न एसटीएफ.

आईपीएस मणिलाल पाटीदार
आईपीएस मणिलाल पाटीदार
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Published : Apr 11, 2021, 2:12 PM IST

लखनऊः पिछले पांच महीने से मणिलाल पाटीदार यूपी पुलिस को छका रहे हैं. वह 50 हजार के इनामी भी हो चुके हैं. महोबा पुलिस के अलावा विजिलेंस और ईडी को भी उनकी तलाश है. बावजूद इसके प्रयागराज के एएसपी क्राइम की अगुवाई में गठित एसआईटी के अलावा एसटीएफ भी पाटीदार का सुरक्षा घेरा नहीं तोड़ पा रही है.

कुर्की की नोटिस चस्पा
9 सितंबर 2020 से ही निलंबित चल रहे वर्ष 2014 बैच के IPS मणिलाल पाटीदार की अब कोर्ट के आदेश से कुर्की की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. कोर्ट से जारी कुर्की की नोटिस का पुलिस ने तामीला कर दिया है. यह नोटिस पाटीदार के डूंगरपुर (राजस्थान) जिले के सगवाड़ा थाना क्षेत्र में सरौंदा गांव स्थित पैतृक घर पर भी चस्पा किया गया है. इसके बाद अब जल्द ही कुर्की की जाएगी.

पाटीदार पर कई धाराओं में दर्ज हैं मुकदमे
पाटीदार पर महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगने, उसे आत्महत्या के लिए उकसाने और भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों में मुकदमे दर्ज हैं. निलंबित होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं. वह जांच के लिए तत्कालीन आईजी रेंज वाराणसी विजय सिंह मीना की अध्यक्षता में गठित एसआईटी के सामने भी नहीं आए थे. पाटीदार के खिलाफ पहले हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन एसआईटी की जांच में आत्महत्या की बात सामने आने पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 में परिवर्तित कर दिया गया था. क्रशर कारोबारी ने अपनी मौत से पहले पाटीदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे.

यह भी पढ़ेंः-स्मारक घोटाले में बड़े अधिकारियों पर केस चलाने की अनुमति नहीं

विजिलेंस और ईडी की जांच थमीं
शासन के आदेश पर विजिलेंस पाटीदार के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों एवं आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रही है. उसने पाटीदार की तैनाती वाले जिलों से जानकारियां तो जुटी ली हैं लेकिन पूछताछ न हो पाने से जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है. इसी तरह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की मनी लांड्रिंग के आरोपों से संबंधित जांच भी रुकी हुई है. दोनों एजेंसियों की पुलिस पर निगाह बनी हुई है. हांलांकि पुलिस का दावा है कि वह पाटीदार के सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. उसने राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में उनकी तलाश की है. यह तलाश अभी भी जारी है.

लखनऊः पिछले पांच महीने से मणिलाल पाटीदार यूपी पुलिस को छका रहे हैं. वह 50 हजार के इनामी भी हो चुके हैं. महोबा पुलिस के अलावा विजिलेंस और ईडी को भी उनकी तलाश है. बावजूद इसके प्रयागराज के एएसपी क्राइम की अगुवाई में गठित एसआईटी के अलावा एसटीएफ भी पाटीदार का सुरक्षा घेरा नहीं तोड़ पा रही है.

कुर्की की नोटिस चस्पा
9 सितंबर 2020 से ही निलंबित चल रहे वर्ष 2014 बैच के IPS मणिलाल पाटीदार की अब कोर्ट के आदेश से कुर्की की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. कोर्ट से जारी कुर्की की नोटिस का पुलिस ने तामीला कर दिया है. यह नोटिस पाटीदार के डूंगरपुर (राजस्थान) जिले के सगवाड़ा थाना क्षेत्र में सरौंदा गांव स्थित पैतृक घर पर भी चस्पा किया गया है. इसके बाद अब जल्द ही कुर्की की जाएगी.

पाटीदार पर कई धाराओं में दर्ज हैं मुकदमे
पाटीदार पर महोबा के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी से रंगदारी मांगने, उसे आत्महत्या के लिए उकसाने और भ्रष्टाचार से संबंधित मामलों में मुकदमे दर्ज हैं. निलंबित होने के बाद से ही वह फरार चल रहे हैं. वह जांच के लिए तत्कालीन आईजी रेंज वाराणसी विजय सिंह मीना की अध्यक्षता में गठित एसआईटी के सामने भी नहीं आए थे. पाटीदार के खिलाफ पहले हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था, लेकिन एसआईटी की जांच में आत्महत्या की बात सामने आने पर उसे आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा 306 में परिवर्तित कर दिया गया था. क्रशर कारोबारी ने अपनी मौत से पहले पाटीदार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे.

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विजिलेंस और ईडी की जांच थमीं
शासन के आदेश पर विजिलेंस पाटीदार के विरुद्ध भ्रष्टाचार के आरोपों एवं आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रही है. उसने पाटीदार की तैनाती वाले जिलों से जानकारियां तो जुटी ली हैं लेकिन पूछताछ न हो पाने से जांच आगे नहीं बढ़ पा रही है. इसी तरह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की मनी लांड्रिंग के आरोपों से संबंधित जांच भी रुकी हुई है. दोनों एजेंसियों की पुलिस पर निगाह बनी हुई है. हांलांकि पुलिस का दावा है कि वह पाटीदार के सभी संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है. उसने राजस्थान समेत देश के कई हिस्सों में उनकी तलाश की है. यह तलाश अभी भी जारी है.

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