चित्रकूट : रामघाट घाट पर त्रेता युग में भगवान श्री राम ने दीपदान किया था. इसके बाद भगवान श्री राम की तपोस्थली चित्रकूट में एकादशी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इसी क्रम में मंगलवार को श्रद्धालुओं ने राम घाट पर एक लाख दीप जला कर देव दीपावली (एकादशी) का त्योहार मनाया गया. इस अवसर पर नगर पालिका प्रशासन ने 51 हजार और एमपी प्रशासन ने 51 हजार दीपक जलवाए. इस अवसर पर अतिशबाजी भी खूब की गई.
देव दीपावली के मौके पर दीयों के जगमगाहट से रामघाट का तट आसमान के तारों के जमघट जैसा लग रहा था. इस दौरान नगर पालिका प्रशासन चित्रकूट की ओर से भव्य गंगा आरती का आयोजन किया गया. साथ ही भजन कीर्तन का भी आयोजन हुआ. श्रद्धालुओं ने आरती और दीपदान करने के बाद आतिशबाजी का लुत्फ उठाया. आतिशबाजी का नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मेले में शामिल हुए.
एकादशी के पर्व पर मान्यता है कि इसी दिन भगवान विष्णु 4 माह की लंबी निद्रा से जागते हैं और आज ही के दिन से सारे पुण्य कार्यों की शुरू हो जाती है. इसलिए इस एकादशी के पर्व को देवी उत्थान या देव उठानी एकादशी के नाम से जाना जाता है. श्रद्धालुओं का कहना है कि एकादशी के पर्व पर वह राम घाट पर आते हैं और यहां मां मंदाकिनी नदी में दीपदान कर आतिशबाजी करके जीवन में सुख समृद्धि की कामना भगवान विष्णु और भगवान राम से करते हैं.
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