कानपुर (उत्तर प्रदेश) : कुछ समय पहले ही शहर के ऐतिहासिक ग्रीनपार्क स्टेडियम में भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच में भले ही टीम इंडिया ने चमत्कारी क्रिकेट खेली हो. पर बारिश के बाद हुई आउटफील्ड की स्थिति को लेकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के पदाधिकारी बिफर गए हैं.
ग्रीन पार्क स्टेडियम पर मंडराया बैन का खतरा
आईसीसी की ओर से ग्रीनपार्क स्टेडियम को डिमेरिट श्रेणी में एक अंक दे दिया गया है, जिससे अब स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय स्तर के क्रिकेट मैचों के आयोजन पर एक साल के प्रतिबंध का खतरा मंडरा रहा है. वहीं, आईसीसी के पदाधिकारी जनवरी में स्टेडियम का निरीक्षण करने भी आ सकते हैं. हालांकि, उप्र क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों का दावा है जल्द से जल्द स्टेडियम की सभी दिक्कतों को दूर करा लिया जाएगा.
यूपीसीए ने बनाई कायाकल्प की योजना
ग्रीनपार्क स्टेडियम में दर्शक क्षमता विस्तार, बेहतर ड्रेनेज सिस्टम, स्टेडियम पार्किंग समेत अन्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए यूपीसीए के पदाधिकारियों ने कायाकल्प संबंधी योजना तैयार कर ली है. कुछ दिनों पहले ही यूपीसीए के मीडिया कमेटी के चेयरमैन डॉ. संजय कपूर ने भी यह बात कही थी. उन्होंने बताया था ग्रीनपार्क स्टेडियम की नई तस्वीर के लिए उप्र सरकार के साथ जल्द ही कवायद शुरू हो जाएगी. पूरे स्टेडियम को एक नया लुक दिया जाएगा. ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर बनाने के लिए लखनऊ, चेन्नई समेत अन्य शहरों की कई कंपनियों से लगातार बातचीत जारी है.
स्टेडियम की सभी खामियां होंगी दूर: UPCA सीईओ
इसे लेकर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) के सीईओ अंकित चटर्जी ने कहा है कि आईसीसी की ओर से भारत-बांग्लादेश टेस्ट मैच सीरिज के दूसरे टेस्ट मैच को लेकर रिपोर्ट जारी की गई है, जिसमें बारिश के बाद स्टेडियम की आउटफील्ड को असंतोषजनक पाया गया. ऐसे में आईसीसी की ओर से स्टेडियम को डिमेरिट कैटेगरी में वन प्वाइंट (एक अंक) दिया गया है. हालांकि, बहुत जल्द हम स्टेडियम की सभी दिक्कतों को दूर करा देंगे.