लखनऊ: पशुधन विभाग में सरकारी ठेका दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया था. इस मामले में जांच शुरू कर दी गई है. हजरतगंज कोतवाली में 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि इनमें से 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. आगे की कार्रवाई लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट कर रहा है.
आगे की कार्रवाई जारी
उत्तर प्रदेश के सरकारी पशुधन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर 9 करोड़ 72 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. यह धोखाधड़ी इंदौर के व्यवसायी मनजीत सिंह के साथ हुई है. इस मामले में यूपी सरकार के आईपीएस अधिकारी, सचिवालय संविदाकर्मी और यूपी पुलिस के अधिकारियों पर आरोप लगाए गए हैं. वहीं इस पूरे मामले पर अधिकारियों का कहना है कि मामला संगीन है. इस मामले की जांच की जा रही है. नामजद आरोपियों में 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि अन्य कार्रवाई लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट करेगा.
टेंडर दिलाने के नाम पर करोड़ों का फर्जीवाड़ा
पशुधन विभाग में टेंडर दिलाने का मामला 2018 का है. आरोपियों ने इंदौर के व्यवसायी मनजीत सिंह को करोड़ों रुपये का टेंडर दिलाने के नाम पर 9 करोड़ 72 लाख रुपये हड़प लिये. व्यापारी के साथ धोखाधड़ी का पूरा खेल सचिवालय के एक कमरे में रचा गया. व्यापारी मनजीत सिंह ने रुपये तो दिये, लेकिन उसे काम नहीं मिला.
इन आरोपियों को किया गया गिरफ्तार
पशुधन मंत्री के सचिव रजनीश दीक्षित, धीरज कुमार देव, पशुधन विभाग के कथित उपनिदेशक आशीष राय, एके राजीव, अनिल राय, रूपक राय और उमाशंकर तिवारी को गिरफ्तार किया गया है. इस पूरे मामले में मास्टरमाइंड आशीष राय को बताया जा रहा है. इन आरोपियों के पास लैपटॉप, मोबाइल, फर्जी आईडी कार्ड, कैमरे, पैन कार्ड, आधार कार्ड और भी कई दस्तावेज बरामद किए हैं.