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प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, किसान मजदूर जागरण सप्ताह के रूप में मनाई जाएगी चौधरी चरण सिंह की जयन्ती

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Published : Dec 14, 2022, 6:59 AM IST

राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय (State President Ramashish Rai) ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयन्ती 23 से 30 दिसम्बर तक सम्पूर्ण प्रदेश में “किसान मजदूर जागरण सप्ताह” के रूप में मनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों और मजूदरों के खिलाफ किए जा रहे षड़यंत्र को देश के लिए घातक मानता है.

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लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय (State President Ramashish Rai) ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयन्ती 23 से 30 दिसम्बर तक सम्पूर्ण प्रदेश में “किसान मजदूर जागरण सप्ताह” के रूप में मनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों और मजूदरों के खिलाफ किए जा रहे षड़यंत्र को देश के लिए घातक मानता है. सरकार की नीति और नीयत किसान, मजदूर और छोटे व्यापारियों के विरुद्ध है. सरकार की सभी नीतियां कॉर्पोरेट घरानों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं. यही कारण है कि गरीबी और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है.

प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय (State President Ramashish Rai) ने कहा कि महंगाई आसमान छू रही है और देश की सम्पदा पर मुट्ठी भर लोगों का कब्जा होता जा रहा है. किसान मजदूर जागरण सप्ताह में 23 दिसम्बर को चौधरी चरण सिंह की जयंती पर हवन पूजन के साथ उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण और उनकी किसान हितैषी नीतियों की चर्चा होगी. 30 दिसम्बर तक प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर गोष्ठी, ग्राम चौपाल और भ्रमण के अतिरिक्त सहभोज आदि के कार्यक्रम होंगे. राष्ट्रीय लोकदल केन्द्र और प्रदेश सरकार की तरफ से किसानों के साथ किए गए वादों और समझौतों का पालन न करने की घोर भर्त्सना करता है. इसे किसानों के साथ विश्वासघात मानता है. एक वर्ष से अधिक समय तक किसानों के आयोजित धरने में लगभग 750 किसानों ने शहादत दी फिर भी न एमएसपी पर कानून बना और न ही उन पर फर्जी ढंग से दर्ज किए गए मुकदमें वापस लिए गए.

प्रदेश सरकार ने किसानों से गन्ना मूल्य बढाने और 14 दिनों के अन्दर भुगतान का वायदा भी किया था, लेकिन न तो गन्ने का भुगतान 14 दिन में हुआ, न ही पिछले बकाया का अभी तक पूरा भुगतान हो सका है और न ही बिजली का बिल आधा किया गया है. पिछले एक वर्ष में खाद, बीज, कीटनाशक, डीजल और पेट्रोल के मूल्य में भारी वृद्धि हुई है, लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं हुई जो सरकार के किसान विरोधी होने का परिचायक है. प्रदेश में धान क्रय केन्द्रों पर खरीद नाम मात्र की हो रही है किसान परेशान है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जीएसटी को एक बार फिर इंस्पेक्टर राज की तरह प्रयोग किया जा रहा है जिसे चौधरी चरण सिंह ने जनता पार्टी शासन में समाप्त किया था. आज छोटे व्यापारी जीएसटी अधिकारियों की प्रतिदिन की छापेमारी से परेशान और तबाह हैं. किसान, मजदूर जागरण सप्ताह समस्त जिलों, विधानसभाओं में सम्पन्न कराने के लिए वसीम हैदर वरिष्ठ नेता रालोद को कार्यक्रम प्रभारी बनाया गया है जो विभिन्न जिलों में नेताओं के कार्यक्रम तय करेंगे.


पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से सदस्यता अभियान के प्रदेश प्रभारी सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, वरिष्ठ नेता वसीम हैदर, प्रदेश कोषाध्यक्ष बीएल प्रेमी, वरिष्ठ नेता रजनीकांत मिश्रा, अवध क्षेत्र के संगठन महासचिव चन्द्रकांत अवस्थी, महानगर अध्यक्ष आशीष तिवारी, रमावती तिवारी मौजूद रहे.

यह भी पढ़ें : पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष लल्लू ने किया आत्म समर्पण, कोर्ट ने जमानत पर किया रिहा

लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय (State President Ramashish Rai) ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री किसान मसीहा चौधरी चरण सिंह की जयन्ती 23 से 30 दिसम्बर तक सम्पूर्ण प्रदेश में “किसान मजदूर जागरण सप्ताह” के रूप में मनाई जाएगी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल किसानों और मजूदरों के खिलाफ किए जा रहे षड़यंत्र को देश के लिए घातक मानता है. सरकार की नीति और नीयत किसान, मजदूर और छोटे व्यापारियों के विरुद्ध है. सरकार की सभी नीतियां कॉर्पोरेट घरानों के हितों को ध्यान में रखकर बनाई जा रही हैं. यही कारण है कि गरीबी और बेरोजगारी बढ़ती जा रही है.

प्रदेश कार्यालय पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय (State President Ramashish Rai) ने कहा कि महंगाई आसमान छू रही है और देश की सम्पदा पर मुट्ठी भर लोगों का कब्जा होता जा रहा है. किसान मजदूर जागरण सप्ताह में 23 दिसम्बर को चौधरी चरण सिंह की जयंती पर हवन पूजन के साथ उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण और उनकी किसान हितैषी नीतियों की चर्चा होगी. 30 दिसम्बर तक प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों में सरकार की किसान विरोधी नीतियों पर गोष्ठी, ग्राम चौपाल और भ्रमण के अतिरिक्त सहभोज आदि के कार्यक्रम होंगे. राष्ट्रीय लोकदल केन्द्र और प्रदेश सरकार की तरफ से किसानों के साथ किए गए वादों और समझौतों का पालन न करने की घोर भर्त्सना करता है. इसे किसानों के साथ विश्वासघात मानता है. एक वर्ष से अधिक समय तक किसानों के आयोजित धरने में लगभग 750 किसानों ने शहादत दी फिर भी न एमएसपी पर कानून बना और न ही उन पर फर्जी ढंग से दर्ज किए गए मुकदमें वापस लिए गए.

प्रदेश सरकार ने किसानों से गन्ना मूल्य बढाने और 14 दिनों के अन्दर भुगतान का वायदा भी किया था, लेकिन न तो गन्ने का भुगतान 14 दिन में हुआ, न ही पिछले बकाया का अभी तक पूरा भुगतान हो सका है और न ही बिजली का बिल आधा किया गया है. पिछले एक वर्ष में खाद, बीज, कीटनाशक, डीजल और पेट्रोल के मूल्य में भारी वृद्धि हुई है, लेकिन अभी तक गन्ना मूल्य में किसी भी प्रकार की वृद्धि नहीं हुई जो सरकार के किसान विरोधी होने का परिचायक है. प्रदेश में धान क्रय केन्द्रों पर खरीद नाम मात्र की हो रही है किसान परेशान है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में जीएसटी को एक बार फिर इंस्पेक्टर राज की तरह प्रयोग किया जा रहा है जिसे चौधरी चरण सिंह ने जनता पार्टी शासन में समाप्त किया था. आज छोटे व्यापारी जीएसटी अधिकारियों की प्रतिदिन की छापेमारी से परेशान और तबाह हैं. किसान, मजदूर जागरण सप्ताह समस्त जिलों, विधानसभाओं में सम्पन्न कराने के लिए वसीम हैदर वरिष्ठ नेता रालोद को कार्यक्रम प्रभारी बनाया गया है जो विभिन्न जिलों में नेताओं के कार्यक्रम तय करेंगे.


पत्रकार वार्ता में मुख्य रूप से सदस्यता अभियान के प्रदेश प्रभारी सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी, वरिष्ठ नेता वसीम हैदर, प्रदेश कोषाध्यक्ष बीएल प्रेमी, वरिष्ठ नेता रजनीकांत मिश्रा, अवध क्षेत्र के संगठन महासचिव चन्द्रकांत अवस्थी, महानगर अध्यक्ष आशीष तिवारी, रमावती तिवारी मौजूद रहे.

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