लखनऊ : उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में 8 सदस्यों के निर्विरोध चुने जाने के बाद शनिवार को राज्य सरकार ने 3 सदस्यों को नामित कर वक्फ बोर्ड का सदस्य बना दिया है. मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना नईम-उर-रहमान, समाजिक कार्यकर्ता सबीहा अहमद और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय की संयुक्त निदेशक तबस्सुम खान को वक्फ बोर्ड का सदस्य नामित किया गया है.
यह भी पढ़ें : फर्म की लापरवाही, मरीजों और डॉक्टरों को नहीं मिल रही दवा
मंगलवार को लगेगी चेयरमैन के नाम पर मुहर
ग्यारह सदस्यीय उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में मंगलवार को चेयरमैन के नाम पर मुहर लगेगी. वक्फ बोर्ड में 11 सदस्य अपने बीच से एक चेयरमैन का चयन करेंगे. चेयरमैन बनने के लिए कम से कम 6 लोगों की रज़ामंदी की ज़रूरत होगी. उत्तर प्रदेश शासन ने शनिवार को अधिसूचना जारी कर सभी सदस्यों को बैठक में शामिल होने को कहा है. लखनऊ के बापू भवन सचिवालय में शाम 4 बजे सभी सदस्यों संग ऑब्जर्वर की बैठक होगी जहां चेयरमैन के नाम पर मुहर लगेगी.
यह भी पढ़ें : सीएम योगी से पश्चिमी उप्र के किसानों के प्रतिनिधिमण्डल ने की भेंट
सुन्नी वक्फ बोर्ड के सदस्यों की सूची
उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में नए सदस्यों के तौर सांसद कोटे से मुरादाबाद के सपा सांसद एस.टी हसन, अमोरहा से बसपा सांसद कुंवर दानिश अली, विधान मंडल कोटे से नफ़ीस अहमद और अबरार अहमद, राज्य बार काउंसिल कोटे से एडवोकेट इमरान माबूद खा और अब्दुल रज्जाक खान शामिल हैं. मुतावल्ली कोटे से सुन्नी वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जफर अहमद फारुकी और अदनान फर्रुख शाह शामिल किए गए हैं. वहीं, अब 3 सदस्यों को राज्य सरकार ने नामित कर वक्फ बोर्ड का सदस्य बनाया है जिनमें मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना नईम-उर-रहमान, सामाजिक कार्यकर्ता सबीहा अहमद और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय की संयुक्त निदेशक तब्बसुम खान को वक्फ बोर्ड का सदस्य नामित किया गया है. यह 11 सदस्य अपने बीच से मंगलवार को वक्फ बोर्ड के चेयरमैन का चुनाव करेंगे.