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नामांकन पत्रों की सही जानकारी नहीं देने पर राज्य निर्वाचन आयोग ने जताई नाराजगी

राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव में नामांकन पत्रों की सही जानकारी ने देने पर संबंधित जिलों पर नाराजगी व्यक्त की है. जिलों की लापरवाही को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने रिटर्निंग अफसरों के खिलाफ सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं.

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Published : Apr 6, 2021, 6:17 AM IST

राज्य निर्वाचन आयोग
राज्य निर्वाचन आयोग

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण के नामांकन में लापारवही को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने नाराजगी जताई है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर, पंचायत चुनाव से संबंधित नामांकन पत्रों की जांच, नाम वापसी सहित सभी प्रकार की चुनावी जानकारी अपडेट करते हुए प्रतिदिन राज्य निर्वाचन आयोग को भेजने के सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. पहले चरण में नामांकन पत्र की वापसी 6 अप्रैल को होनी है.

सूचनाएं देने में लापरवाही पर होगी कार्रवाई

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने पहले चरण के अंतर्गत शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के दौरान जिलों से जानकारी देने में लापरवाही करने पर जिला निर्वाचन अधिकारियों से नाराजगी भी जताई है. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि अगर यही स्थिति रहेगी और समय से आयोग को सूचनाएं नहीं दी जाएंगी तो संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग अफसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

निर्वाचन आयोग में व्यवस्थाएं हो गई थी ठप

दरअसल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण में 3 व 4 अप्रैल को नामांकन पत्र भरा गया. नामांकन पत्र भरने की जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को देने में सभी 18 जिलों ने लापरवाही की. सूचनाएं देर से पहुंचने पर राज्य निर्वाचन आयोग के पास अपडेट इंफॉर्मेशन ना होने की वजह से काफी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा. राज्य निर्वाचन आयोग यहां तक कि मीडिया को भी समय से जानकारी उपलब्ध कराने में विफल साबित हुआ. आयोग की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई.


रिटर्निंग अफसरों ने आयोग में नहीं भेजी सूचनाएं

जिलों के रिटर्निग अफसरों की तरफ से नामांकन से संबंधित जानकारी आयोग की वेबसाइट पर भी समय से दर्ज नहीं की जा सकी, जिसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के कामकाज पर भी सवाल उठाए गए. मामले पर राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर कहा कि रिटर्निंग अफसरों के कामकाज के तरीके में सुधार नहीं हो रहा. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी रिटर्निंग ऑफिसर को चुनाव से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी निर्वाचन आयोग को भेजने और वेबसाइट पर अपडेट करते रहने के सख्त दिशा-निर्देश जारी किए.

इसे भी पढ़ें: पंचायत चुनाव में सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर सकती है भाजपा: लल्लू

जारी है नामांकन पत्रों की ऑनलाइन फीडिंग

पंचायत चुनाव के पहले चरण के अंतर्गत 3 व 4 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल किए गए. पहले चरण में करीब 3 लाख पचास हजार नामांकन पत्र दर्ज किए जाने की जानकारी संबंधित जिलों के रिटर्निंग अफसरों द्वारा आयोग को दी गई. वहीं 1लाख 86 हजार नामांकन पत्रों की ऑनलाइन फीडिंग सभी उम्मीदवारों के एफिडेविट सहित वेबसाइट पर दर्ज हुई है. आयोग के अधिकारियों के अनुसार पहले चरण में करीब 4 से 5 लाख उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किए जाने की जानकारी मिल रही है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण के नामांकन में लापारवही को लेकर राज्य निर्वाचन आयोग ने नाराजगी जताई है. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर, पंचायत चुनाव से संबंधित नामांकन पत्रों की जांच, नाम वापसी सहित सभी प्रकार की चुनावी जानकारी अपडेट करते हुए प्रतिदिन राज्य निर्वाचन आयोग को भेजने के सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. पहले चरण में नामांकन पत्र की वापसी 6 अप्रैल को होनी है.

सूचनाएं देने में लापरवाही पर होगी कार्रवाई

राज्य निर्वाचन आयुक्त ने पहले चरण के अंतर्गत शुरू हुई नामांकन प्रक्रिया के दौरान जिलों से जानकारी देने में लापरवाही करने पर जिला निर्वाचन अधिकारियों से नाराजगी भी जताई है. राज्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा कि अगर यही स्थिति रहेगी और समय से आयोग को सूचनाएं नहीं दी जाएंगी तो संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों और रिटर्निंग अफसर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

निर्वाचन आयोग में व्यवस्थाएं हो गई थी ठप

दरअसल उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के पहले चरण में 3 व 4 अप्रैल को नामांकन पत्र भरा गया. नामांकन पत्र भरने की जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग को देने में सभी 18 जिलों ने लापरवाही की. सूचनाएं देर से पहुंचने पर राज्य निर्वाचन आयोग के पास अपडेट इंफॉर्मेशन ना होने की वजह से काफी समस्याओं का भी सामना करना पड़ा. राज्य निर्वाचन आयोग यहां तक कि मीडिया को भी समय से जानकारी उपलब्ध कराने में विफल साबित हुआ. आयोग की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से चरमरा गई.


रिटर्निंग अफसरों ने आयोग में नहीं भेजी सूचनाएं

जिलों के रिटर्निग अफसरों की तरफ से नामांकन से संबंधित जानकारी आयोग की वेबसाइट पर भी समय से दर्ज नहीं की जा सकी, जिसको लेकर राज्य निर्वाचन आयोग के कामकाज पर भी सवाल उठाए गए. मामले पर राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजकर कहा कि रिटर्निंग अफसरों के कामकाज के तरीके में सुधार नहीं हो रहा. राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने सभी रिटर्निंग ऑफिसर को चुनाव से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी निर्वाचन आयोग को भेजने और वेबसाइट पर अपडेट करते रहने के सख्त दिशा-निर्देश जारी किए.

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जारी है नामांकन पत्रों की ऑनलाइन फीडिंग

पंचायत चुनाव के पहले चरण के अंतर्गत 3 व 4 अप्रैल को नामांकन पत्र दाखिल किए गए. पहले चरण में करीब 3 लाख पचास हजार नामांकन पत्र दर्ज किए जाने की जानकारी संबंधित जिलों के रिटर्निंग अफसरों द्वारा आयोग को दी गई. वहीं 1लाख 86 हजार नामांकन पत्रों की ऑनलाइन फीडिंग सभी उम्मीदवारों के एफिडेविट सहित वेबसाइट पर दर्ज हुई है. आयोग के अधिकारियों के अनुसार पहले चरण में करीब 4 से 5 लाख उम्मीदवारों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल किए जाने की जानकारी मिल रही है.

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