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क्वीन मैरी महिला अस्पताल में पूरी होगी नर्सेज समेत अन्य स्टाफ की कमी, स्थापना दिवस पर आए नए इक्विपमेंट

केजीएमयू के महिला रोग विभाग क्वीन मैरी अस्पताल को 90 साल पूरे हो गए हैं. बुधवार को अस्पताल में स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी ने कहा कि क्वीन मैरी अस्पताल में आठ बेड़ का एचडीयू और चार बेड वेंटिलेटर युक्त होने से प्रसूताओं को राहत मिली है. इन्हें अब वेंटिलेटर के लिए दूसरी जगह शिफ्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती है. जल्दी अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी.

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Published : Nov 10, 2022, 8:19 AM IST

Updated : Nov 10, 2022, 12:35 PM IST

लखनऊ : केजीएमयू के महिला रोग विभाग क्वीन मैरी अस्पताल को 90 साल पूरे हो गए हैं. बुधवार को अस्पताल में स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी (KGMU Vice Chancellor Lt Gen Bipin Puri) ने कहा कि क्वीन मैरी अस्पताल में आठ बेड़ का एचडीयू और चार बेड वेंटिलेटर युक्त होने से प्रसूताओं को राहत मिली है. इन्हें अब वेंटिलेटर के लिए दूसरी जगह शिफ्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती है. जल्दी अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी. वह हॉस्पिटल के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. इसके अलावा अस्पताल में नर्सेज सहित अन्य स्टाफ की कमी भी पूरी की जाएगी.


विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमा सिंह (Head of Department Professor Uma Singh) ने बताया कि क्वीन मैरी चिकित्सालय ने मरीजों के उपचार के लिए वेंटीलेटर यूनिट, कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी टेस्टिंग, इलाज के लिए नयी मशीन, कालपोसकोप, थमोएबलेटर मंगाई गई है. एमबीबीएस छात्रों के लिए ट्रेनिंग शुरू की गई है. एमएस छात्रों के लिए नये पीडीसीसी पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं. और इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं जुनियर डॉक्टर को सम्मानित किया गया.

जानकारी देतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला.

अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़कर 275 से 342 हो गई है. नया लेबर रूम काम्प्लेक्स, पार्किंग, नई लाइब्रेरी कमेटी हॉल, 100 बेडेड एमसीएचविंग बनने से काफी राहत मिली है. इस साल 3,210 प्रसव हुए हैं. कुल 336 कोविड संक्रमित प्रसूताओं का इलाज किया गया. जिसमें 183 डिलीवरी एवं 147 जटिल ऑपरेशन और 46 क्रिटिकल एवं गम्भीर प्रसूताओं को इलाज मिला है. इस दौरान अहमदाबाद से आए डॉ. एमसी पटेल ने कहा कि चिकित्सकों को खुद के लिए भी समय निकालना चाहिए. उन्होंने योग व्यायाम सहित अन्य गतिविधियां बढ़ाने पर जोर दिया. कार्यक्रम को पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ चंद्रावती ने भी संबोधित किया.


स्थापना दिवस समारोह (foundation day celebration) में चिकित्सकों (physicians) में डॉ. शुभी अग्रवाल, डॉ मोना असनानी, डॉ मोनिका अग्रवाल, डॉ वंदना सोलंकी, डॉ नम्रता कुमार, डॉ मंजू लता वर्मा, डॉ रेनू, डॉ स्मृति अग्रवाल, डॉक्टर पुष्प लता संखवार, डॉ सीमा मेहरोत्रा, रेजिडेंट में डॉ सादमा सिद्दकी, डॉ रेनू गंगवार, डॉ अदिति, डॉ प्रियंका, डॉ नेहा, डॉ पूर्वी, डॉ नमिता, डॉक्टर खुशबू , डॉक्टर आकांक्षा, डॉ रेनू गौर को सम्मानित किया गया. इसी तरह स्टाफ नर्स में शिल्पी वर्मा, नीतू यादव, एवं प्रवीण व सायरा को सम्मानित किया गया.

यह भी पढ़ें : ईरान का प्रतिनिधिमंडल सीएम योगी से मिला, बोला- उत्तर प्रदेश में बड़े निवेश का इच्छुक

लखनऊ : केजीएमयू के महिला रोग विभाग क्वीन मैरी अस्पताल को 90 साल पूरे हो गए हैं. बुधवार को अस्पताल में स्थापना दिवस मनाया. इस दौरान केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी (KGMU Vice Chancellor Lt Gen Bipin Puri) ने कहा कि क्वीन मैरी अस्पताल में आठ बेड़ का एचडीयू और चार बेड वेंटिलेटर युक्त होने से प्रसूताओं को राहत मिली है. इन्हें अब वेंटिलेटर के लिए दूसरी जगह शिफ्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती है. जल्दी अन्य सुविधाएं भी बढ़ाई जाएंगी. वह हॉस्पिटल के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे. इसके अलावा अस्पताल में नर्सेज सहित अन्य स्टाफ की कमी भी पूरी की जाएगी.


विभागाध्यक्ष प्रोफेसर उमा सिंह (Head of Department Professor Uma Singh) ने बताया कि क्वीन मैरी चिकित्सालय ने मरीजों के उपचार के लिए वेंटीलेटर यूनिट, कैंसर से बचाव के लिए एचपीवी टेस्टिंग, इलाज के लिए नयी मशीन, कालपोसकोप, थमोएबलेटर मंगाई गई है. एमबीबीएस छात्रों के लिए ट्रेनिंग शुरू की गई है. एमएस छात्रों के लिए नये पीडीसीसी पाठ्यक्रम शुरू किए गए हैं. और इस दौरान बेहतर कार्य करने वाले कर्मचारियों एवं जुनियर डॉक्टर को सम्मानित किया गया.

जानकारी देतीं संवाददाता अपर्णा शुक्ला.

अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़कर 275 से 342 हो गई है. नया लेबर रूम काम्प्लेक्स, पार्किंग, नई लाइब्रेरी कमेटी हॉल, 100 बेडेड एमसीएचविंग बनने से काफी राहत मिली है. इस साल 3,210 प्रसव हुए हैं. कुल 336 कोविड संक्रमित प्रसूताओं का इलाज किया गया. जिसमें 183 डिलीवरी एवं 147 जटिल ऑपरेशन और 46 क्रिटिकल एवं गम्भीर प्रसूताओं को इलाज मिला है. इस दौरान अहमदाबाद से आए डॉ. एमसी पटेल ने कहा कि चिकित्सकों को खुद के लिए भी समय निकालना चाहिए. उन्होंने योग व्यायाम सहित अन्य गतिविधियां बढ़ाने पर जोर दिया. कार्यक्रम को पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ चंद्रावती ने भी संबोधित किया.


स्थापना दिवस समारोह (foundation day celebration) में चिकित्सकों (physicians) में डॉ. शुभी अग्रवाल, डॉ मोना असनानी, डॉ मोनिका अग्रवाल, डॉ वंदना सोलंकी, डॉ नम्रता कुमार, डॉ मंजू लता वर्मा, डॉ रेनू, डॉ स्मृति अग्रवाल, डॉक्टर पुष्प लता संखवार, डॉ सीमा मेहरोत्रा, रेजिडेंट में डॉ सादमा सिद्दकी, डॉ रेनू गंगवार, डॉ अदिति, डॉ प्रियंका, डॉ नेहा, डॉ पूर्वी, डॉ नमिता, डॉक्टर खुशबू , डॉक्टर आकांक्षा, डॉ रेनू गौर को सम्मानित किया गया. इसी तरह स्टाफ नर्स में शिल्पी वर्मा, नीतू यादव, एवं प्रवीण व सायरा को सम्मानित किया गया.

यह भी पढ़ें : ईरान का प्रतिनिधिमंडल सीएम योगी से मिला, बोला- उत्तर प्रदेश में बड़े निवेश का इच्छुक

Last Updated : Nov 10, 2022, 12:35 PM IST
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