लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री राजेंद्र सिंह उर्फ मोती सिंह ने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) में आयोजित हो रही कार्यशाला को लेकर कहा कि इससे मंत्रियों के कामकाज में निखार आएगा.
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कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस कार्यशाला में अधिकारी और मंत्री एक साथ बैठकर प्रबंधन के गुर सीख रहे हैं. ग्रुप डिस्कशन किया जा रहा है. इससे मंत्री और अधिकारी दोनों में मिलजुल कर काम करने की भावना का विकास हो रहा है. इससे सरकार के कामकाज में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा और मंत्रियों के कामकाज में भी निखार आएगा.
वहीं कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह का मानना है कि मिलकर प्राथमिकताएं तय करने और प्रदेश के चतुर्दिक विकास के लिए यह कार्यशाला बेहद उपयोगी है. ईटीवी भारत से विशेष बातचीत में कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है और भारत का सबसे महत्वपूर्ण राज्य है. योगी सरकार का लक्ष्य इस राज्य को भारत में नंबर वन बनाना है. इसलिए सामूहिक स्तर पर बड़े प्रयास किए जाने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने आईआईएम में मंत्रियों और अधिकारियों के लिए जो कार्यशाला बुलाई है. इसके अपेक्षित परिणाम मिल रहे हैं. पहले की कार्यशाला में भी हम लोगों ने एक साथ मिलकर प्राथमिकताएं तय करना सीखा है. विकास के लिए जरूरी है कि अधिकारी और मंत्री सामूहिक नेतृत्व की भावना से मिलकर काम करें और विकास की प्राथमिकताएं तय करें.
उन्होंने कहा कि पॉलीटिकल लीडरशिप को भी प्रबंधन कौशल से परिचित होना जरूरी है. जब तक ऐसा नहीं होगा तब तक योगी सरकार जो सबका विकास करना चाहती है, उस लक्ष्य को हासिल करने में देर होगी. तीव्र विकास के लिए जरूरी है कि सब मिलकर एक साथ काम करें.