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राजधानी लखनऊ की सड़कें बोलेंगी, दुर्घटना रोकेंगी - लखनऊ में स्पीकिंग सड़कें

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्पीकिंग सड़कें बनाई जा रही हैं. सड़कों पर ट्रैफिक नियम से संबंधित स्लोगन लिखा जा रहा है और सिबंल भी बनाया जा रहा है. योजना के शुरूआती चरण में लखनऊ की 10 सड़कों का चयन किया गया है.

बनाई जा रही स्पीकिंग सड़कें.
बनाई जा रही स्पीकिंग सड़कें.
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Published : Jan 6, 2021, 10:52 PM IST

Updated : Jan 7, 2021, 11:05 PM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ की सड़कें अब बोलेंगी. प्रदेश में लखनऊ पहला ऐसा शहर होगा, जहां की सड़कें स्विट्जरलैंड की सड़कों की तर्ज पर बनाएं जा रही हैं. लखनऊ की सड़कों पर ट्रैफिक नियम से संबंधित स्लोगन लिखें जा रहे हैं और सिंबल भी बनाए जा रहे हैं. ऐसा होने के बाद सड़कें वाहन चालकों को किस स्थान पर रुकना है और किधर जाना है. इसके बारे में बताएंगी. पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना के शुरूआती चरण में राजधानी की 10 सड़कों को चिन्हित किया गया है. वहीं ट्रैफिक पुलिस के अनुसार इससे वाहन चालकों को सहूलियत होने के साथ सड़क दुर्घटना को भी रोकने में काफी मदद मिलेगी. इस तरह की सड़कों को बनाने में पीडब्ल्यूडी ,नगर निगम और ट्रफिक विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहा है.

बनाई जा रही स्पीकिंग सड़कें.



स्विट्जरलैंड की तर्ज बनाई जा रहीं सड़कें

विधानसभा के प्राक्कलन समिति में लेन मार्किंग बनाने की बात रखी गई थी. इसी क्रम में अब राजधानी लखनऊ में इस तरह की स्पीकिंग सड़कों को बनाने का काम शुरू हो गया है. चिन्हित सड़कों का नए तरीके से निर्माण किया जा रहा है. सड़कों पर ट्रैफिक से संबंधित नियमों को लिखा जा रहा है. सड़कें वाहन चालकों को अपनी लेन में चलने का इशारा करेंगी.

यह होंगे फायदे
ट्रैफिक विभाग के एडीसीपी पूर्णेन्दु सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटना को रोकने में इस तरह की सड़कें काफी मददगार साबित होंगी. इसके पहले इस तरह की सड़कें देश में बेंगलुरु,चंडीगढ़, हैदराबाद जैसे शहरों में बनी हैं. उन्होंने बताया कि अभी भी सड़कों पर इस तरह के निशान होते हैं, लेकिन लोग इन्हें समझ नहीं पाते हैं. अब सड़कों पर हिंदी और अंग्रेजी में ट्रैफिक नियम लिखा जाएगा. कहां रुकना है और किधर मुड़ना है आदि. एडीसीपी ने बताया कि इससे लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने में काफी आसानी होगी.


जानें क्या होती हैं स्पीकिंग सड़कें

सड़कों पर जेब्रा लाइन, स्टॉप लाइन जैसे सिंबल अभी भी बने होते है, लेकिन ज्यादातर लोग इसका पालन नहीं करते हैं, जिस कारण आए दिन सड़क दुर्घटना होती है. स्पीकिंग सड़कें सड़क दुर्घटना को रोकने में मददगार साबित होती हैं. ट्रैफिक अधिकारियों ने बताया कि स्विट्जरलैंड में इस तरह की सड़कों का निर्माण किया गया है, जिससे वहां सफल यातायात संचालन में काफी मदद मिली .इन सड़कों पर यातायात के निशान जैसे फ्री लेफ्ट, टर्न, गो स्लो ,स्टॉप लिखे होते हैं, जो दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे में भी चमकते हैं. अधिकारियों ने बताया कि हर लेन में वाहनों की रफ्तार तय होगी और रोड सेफ्टी के स्लोगन लिखें जाएंगे. ऐसे होने के बाद रात में वाहनों की रोशनी से सड़कें जगमगाएंगी.


लखनऊ की इन 10 सड़कों का किया गया चयन

1-पॉलिटेक्निक चौराहे से लोहिया पथ होते हुए 1090 तक
2- चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से बारा बिरवा मोड
3- समतामूलक चौराहे से पेपर मिल कुकरैल नदी पुल
4- गोमती नगर से विजयीपुर अंडरपास से पिक अप भवन
5- हजरतगंज चौराहे से बंदरिया बाग चौराहा
6- तेलीबाग चौराहे से चारों दिशाओं में 100 मीटर तक
7- हजरतगंज चौराहे से बाल्मिकी चौराहा
8- हजरतगंज चौराहे से महाराणा प्रताप चौराहा
9- बंगला बाजार चौराहे से बारा बिरवा चौराहा
10- सिकंदर बाग चौराहे से नवल किशोर रोड

लोगों ने कहा, बेहतर है सड़कों पर यह प्रयोग
राजधानी लखनऊ में अब स्पीकिंग सड़कें बनाने के दिशा में काम शुरू हो गया है. वहीं इन सड़कों को देखकर अब वाहन चलाने वाले भी काफी खुश नजर आ रहे हैं. निजी अस्पताल के सीईओ आशुतोष श्रोती ने बताया कि स्पीकिंग सड़कों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने में काफी आसानी होगी. इससे लोग आसानी से ट्रैफिक नियमों का पालन कर सकेंगे.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ की सड़कें अब बोलेंगी. प्रदेश में लखनऊ पहला ऐसा शहर होगा, जहां की सड़कें स्विट्जरलैंड की सड़कों की तर्ज पर बनाएं जा रही हैं. लखनऊ की सड़कों पर ट्रैफिक नियम से संबंधित स्लोगन लिखें जा रहे हैं और सिंबल भी बनाए जा रहे हैं. ऐसा होने के बाद सड़कें वाहन चालकों को किस स्थान पर रुकना है और किधर जाना है. इसके बारे में बताएंगी. पायलट प्रोजेक्ट के तहत योजना के शुरूआती चरण में राजधानी की 10 सड़कों को चिन्हित किया गया है. वहीं ट्रैफिक पुलिस के अनुसार इससे वाहन चालकों को सहूलियत होने के साथ सड़क दुर्घटना को भी रोकने में काफी मदद मिलेगी. इस तरह की सड़कों को बनाने में पीडब्ल्यूडी ,नगर निगम और ट्रफिक विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहा है.

बनाई जा रही स्पीकिंग सड़कें.



स्विट्जरलैंड की तर्ज बनाई जा रहीं सड़कें

विधानसभा के प्राक्कलन समिति में लेन मार्किंग बनाने की बात रखी गई थी. इसी क्रम में अब राजधानी लखनऊ में इस तरह की स्पीकिंग सड़कों को बनाने का काम शुरू हो गया है. चिन्हित सड़कों का नए तरीके से निर्माण किया जा रहा है. सड़कों पर ट्रैफिक से संबंधित नियमों को लिखा जा रहा है. सड़कें वाहन चालकों को अपनी लेन में चलने का इशारा करेंगी.

यह होंगे फायदे
ट्रैफिक विभाग के एडीसीपी पूर्णेन्दु सिंह ने बताया कि सड़क दुर्घटना को रोकने में इस तरह की सड़कें काफी मददगार साबित होंगी. इसके पहले इस तरह की सड़कें देश में बेंगलुरु,चंडीगढ़, हैदराबाद जैसे शहरों में बनी हैं. उन्होंने बताया कि अभी भी सड़कों पर इस तरह के निशान होते हैं, लेकिन लोग इन्हें समझ नहीं पाते हैं. अब सड़कों पर हिंदी और अंग्रेजी में ट्रैफिक नियम लिखा जाएगा. कहां रुकना है और किधर मुड़ना है आदि. एडीसीपी ने बताया कि इससे लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने में काफी आसानी होगी.


जानें क्या होती हैं स्पीकिंग सड़कें

सड़कों पर जेब्रा लाइन, स्टॉप लाइन जैसे सिंबल अभी भी बने होते है, लेकिन ज्यादातर लोग इसका पालन नहीं करते हैं, जिस कारण आए दिन सड़क दुर्घटना होती है. स्पीकिंग सड़कें सड़क दुर्घटना को रोकने में मददगार साबित होती हैं. ट्रैफिक अधिकारियों ने बताया कि स्विट्जरलैंड में इस तरह की सड़कों का निर्माण किया गया है, जिससे वहां सफल यातायात संचालन में काफी मदद मिली .इन सड़कों पर यातायात के निशान जैसे फ्री लेफ्ट, टर्न, गो स्लो ,स्टॉप लिखे होते हैं, जो दिन के उजाले से लेकर रात के अंधेरे में भी चमकते हैं. अधिकारियों ने बताया कि हर लेन में वाहनों की रफ्तार तय होगी और रोड सेफ्टी के स्लोगन लिखें जाएंगे. ऐसे होने के बाद रात में वाहनों की रोशनी से सड़कें जगमगाएंगी.


लखनऊ की इन 10 सड़कों का किया गया चयन

1-पॉलिटेक्निक चौराहे से लोहिया पथ होते हुए 1090 तक
2- चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से बारा बिरवा मोड
3- समतामूलक चौराहे से पेपर मिल कुकरैल नदी पुल
4- गोमती नगर से विजयीपुर अंडरपास से पिक अप भवन
5- हजरतगंज चौराहे से बंदरिया बाग चौराहा
6- तेलीबाग चौराहे से चारों दिशाओं में 100 मीटर तक
7- हजरतगंज चौराहे से बाल्मिकी चौराहा
8- हजरतगंज चौराहे से महाराणा प्रताप चौराहा
9- बंगला बाजार चौराहे से बारा बिरवा चौराहा
10- सिकंदर बाग चौराहे से नवल किशोर रोड

लोगों ने कहा, बेहतर है सड़कों पर यह प्रयोग
राजधानी लखनऊ में अब स्पीकिंग सड़कें बनाने के दिशा में काम शुरू हो गया है. वहीं इन सड़कों को देखकर अब वाहन चलाने वाले भी काफी खुश नजर आ रहे हैं. निजी अस्पताल के सीईओ आशुतोष श्रोती ने बताया कि स्पीकिंग सड़कों से ट्रैफिक नियमों का पालन करने में काफी आसानी होगी. इससे लोग आसानी से ट्रैफिक नियमों का पालन कर सकेंगे.

Last Updated : Jan 7, 2021, 11:05 PM IST
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