लखनऊ: समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिख मतदाता सूची से 'डुप्लीकेट' नामों को यथाशीघ्र हटाने की मांग की है. उन्होंने चुनाव आयुक्त को मतदाता सूची से डुप्लीकेट नाम हटाने और फर्जी मतदाता को मतदान से रोकने के संबंध में पत्र लिखा है. एक नवंबर 2021 को प्रकाशित मतदाता सूची में भारी अनियमितता और गड़बड़ी की शिकायत उजागर हुई है. इसलिए समाजवादी पार्टी मांग करती है कि विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की अवधि 30 नवंबर से बढ़ाकर 31 दिसंबर तक कर दिया जाए, ताकि प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा के प्रत्येक मतदेय स्थल (बूथवार) पर सपा कार्यकर्ताओं की ओर से डुप्लीकेट मतदाता की पहचान की जा सके और चिन्हित डुप्लीकेट मतदाताओं की सूची जिला निर्वाचन अधिकारी को सौंपी जा सके.
जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस अवधि में चिन्हित डुप्लीकेट मतदाताओं को मतदाता सूची से हटाने का काम कर सके और आगामी विधान सभा की मतदाता सूची त्रुटि रहित हो सके. फर्जी मतदान पर रोक लग सके और आगामी विधान सभा चुनाव स्वतंत्र एवं निष्पक्ष हो सके.
इसे भी पढ़ें - नीति आयोग की रिपोर्ट: यूपी में 37 फीसद लोग गरीबी में गुजर बसर को मजबूर
प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधान सभा निर्वाचन 2022 की तैयारी के लिए प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा के प्रत्येक मतदेय स्थल पर मतदाता सूची से नौ अगस्त से 31 अक्टूबर, 2021 तक डुप्लीकेट नाम को तकनीकी रूप से चिन्हित करके डुप्लीकेट नाम को मतदाता सूची से हटाया गया और एक नवंबर से मतदाता सूची का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण अभियान 30 नवंबर तक चलाया जाएगा, जिसमें सिर्फ चार दिन शेष बचे हैं.
निर्वाचन आयोग की ओर से मतदाता सूची से डुप्लीकेट नाम हटाने की कार्यवाही के बाद भी बहुत बड़ी संख्या में डुप्लीकेट मतदाता प्रत्येक विधानसभा के प्रत्येक मतदेय स्थल की मतदाता सूची में दर्ज पाए गए हैं. प्रदेश की प्रत्येक विधानसभा में बहुत बड़ी संख्या में डुप्लीकेट नाम की जानकारी मिली है, जो गंभीर व चिंताजनक है.
सपा कार्यकर्ताओं की ओर से प्रदेश में विधानसभावार मतदेय स्थल वार डुप्लीकेट मतदाताओं को चिंहित किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में डुप्लीकेट मतदाता मिलने की शिकायत मिल रही है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप