लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि राज्य विधानसभा के चुनाव के पहले चरण की तरह ही दूसरे चरण में भी समाजवादी पार्टी गठबंधन को मतदाताओं का प्रबल समर्थन मिला है. यह समर्थन बता रहा है कि अगले चरणों में भी भाजपा का सफाया तय है. मतदाता अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए उत्साहित दिखे. उन्होंने कहा कि पहले चरण की तरह ही दूसरे चरण में भी भाजपा और उसके कार्यकर्ता बन गए प्रशासनिक अधिकारियों ने सत्तादल के खिलाफ बहती हवा से खीझकर मतदान में गड़बड़ी करने की भरपूर कोशिश की. धर्म-विशेष के मतदाताओं को खास तौर पर परेशान किया गया और कई मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया. तमाम लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे गए. कई पोलिंग स्टेशनों से सपा के मतदान अभिकर्ताओं को बाहर कर दिया. वहीं, कई जगह मतदान अधिकारियों का रवैया भी आपत्ति जनक रहा.
आगे उन्होने कहा कि मुरादाबाद के विधानसभा क्षेत्र ठाकुरद्वारा के बिलारी के थानाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह को हटाया नहीं गया, वे भाजपा कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे थे. बरेली में आंवला की ग्राम पंचायत धनौरा गौरी में दारोगा समाजवादी कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे थे. इसके अलावा सम्भल के विधानसभा क्षेत्र असमौली से सपा प्रत्याशी व विधायक पिंकी यादव के पति और उनके समर्थकों पर फर्जी मुकदमें लगा दिए गए. साथ ही चंदौसी में कई ग्राम प्रधानों को रेड कार्ड के नाम पर पुलिस उठा ले गई है. बदायूं के दातागंज में बूथ पर बैठा ग्राम प्रधान फर्जी वोट डलवा रहा था. सपा नेता ने आरोप लगाया कि शाहजहांपुर के ददरौल क्षेत्र में थाना कांठ और सोहरामऊ में प्रभारी निरीक्षक ने लोगों को धमकाने का काम किया.
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वहीं, दूसरे चरण के तहत विभिन्न मतदान केन्द्रों से ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिली. जिससे मतदान देर तक बाधित रहे. सहारनपुर के रामपुर मनिहारन बूथ और शाहजहांपुर के कटरा में एक बूथ पर ईवीएम में साइकिल का बटन ही काम नहीं कर रहा था, जबकि कुछ जगह साइकिल बटन दबाने पर कमल की पर्ची निकलने की भी शिकायतें मिली.
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