लखनऊ : समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हेड मनीष जगन अग्रवाल को सोमवार को जमानत मिल गई है. जमानत मिलने के बाद देर शाम उन्हें लखनऊ जेल से रिहा कर दिया गया है. रविवार को मनीष की हजरतगंज पुलिस ने उनके खिलाफ 153 A, 153 A, व 420 समेत एक दर्जन गंभीर धाराओं में दर्ज मुकदमे के चलते गिरफ्तार किया था. जिसके बाद यूपी की सियासत गर्मा गईं थी. गिरफ्तारी का विरोध जताने के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पुलिस मुख्यालय पहुंचे थे.
बीजेपी नेता ने दर्ज कराई थी FIR : 6 जनवरी को लखनऊ में बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया हेड ऋचा राजपूत ने हजरतगंज थाने में समाजवादी पार्टी मीडिया सेल नाम के टि्वटर हैंडल पर रेप और जान से मारने की धमकी दिए जाने पर केस दर्ज करवाया था. ऋचा राजपूत ने अपने शिकायत में कहा था कि 'समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जान से मारने और बलात्कार की धमकी दी जा रही है. मुझे कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव की होगी.' यही नहीं इससे पहले भी कई पत्रकारों व नेताओं ने भी इसी ट्विटर हैंडल के संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद लखनऊ की हजरतगंज थाना पुलिस ने अग्रवाल को रविवार सुबह गिरफ्तार किया.
गिरफ्तारी के विरोध में पुलिस मुख्यालय गए थे अखिलेश : रविवार को मनीष अग्रवाल की गिरफ्तारी होते ही समाजवादी पार्टी नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया था. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव अचानक पुलिस मुख्यालय पहुंच गए. अखिलेश के पहुंचते ही सैकड़ों कार्यकर्ता भी पुलिस मुख्यालय में इकट्ठा हो गए और धरना प्रदर्शन करने लगे. पुलिस अधिकारियों से मिलने के बाद सपा अध्यक्ष मनीष अग्रवाल से मिलने लखनऊ जेल भी गए. हालांकि वहां उनकी मुलाकात नहीं हो पाई थी.
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