लखनऊ: राजधानी में थाई स्पा गर्ल की कोरोना संक्रमण से हुई मौत के मामले में सपा प्रवक्ता आईपी सिंह द्वारा भाजपा सांसद संजय सेठ के बेटे का नाम सोशल मीडिया पर उछालने को लेकर शुरू हुए विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है. सपा प्रवक्ता की वकील व आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने अपने मुवक्किल के खिलाफ लिखी गई एफआईआर पर सवाल उठाते हुए लखनऊ के पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को नोटिस भेजा है.
नूतन ठाकुर ने पुलिस कमिश्नर को भेजा लीगल नोटिस
अधिवक्ता नूतन ठाकुर ने अपने लीगल नोटिस में कहा है कि आईपी सिंह के खिलाफ दर्ज मुकदमा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है. उन्होंने कहा कि इस मुकदमे को पढ़ने से स्पष्ट हो रहा है कि इसमें किसी की मानहानि नहीं हुई है. उन्होंने मांग की है कि मेरे मुवक्किल के खिलाफ दर्ज एफआईआर को तुरंत रद्द किया जाए. लीगल नोटिस मिलने के बाद अगर 10 दिन के अंदर एफआईआर रद्द नहीं की जाती तो मेरे मुवक्किल कोर्ट जाने के लिए बाध्य होंगे.
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ये है पूरा मामला
थाईलैंड से स्पा में काम करने लखनऊ आई युवती की बीती 3 मई को कोरोना संक्रमण के कारण लोहिया अस्पताल में मौत हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने इस संबंध में थाई दूतावास को सूचित किया. इसके बाद मृतक युवती का 5 मई को अंतिम संस्कार पुलिस वालों ने करा दिया. इस मामले में सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आईपी सिंह ने ट्विटर पर कारोबारी व राज्यसभा सांसद संजय सेठ के खिलाफ एक पोस्ट अपलोड कर लखनऊ पुलिस की जांच पर गंभीर सवाल उठाये थे. उन्होंने पीएम मोदी और संजय सेठ की तस्वीर पोस्ट कर लिखा था कि प्रधानमंत्री के साथ खड़े होकर मुस्करा रहे भाजपा सांसद संजय सेठ के पुत्र पर गंभीर आरोप लगे हैं. दुनिया भर में चल रही महात्रासदी के बीच थाईलैंड से एक कॉल गर्ल बुलाई गई, जिसकी अब कोरोना से मौत हो गई.
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आईपी सिंह ने यूपी पुलिस को पोस्ट टैग करते हुए राज्यसभा सांसद के पुत्र के खिलाफ निष्पक्ष जांच कर कड़ी कार्रवाई की चुनौती दी थी. जिसके बाद भाजपा सांसद संजय सेठ ने लखनऊ पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर को पत्र भेजकर सपा प्रवक्ता आईपी सिंह, रामदत्त तिवारी व एक अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की. मंगलवार को सांसद संजय सेठ के निजी सचिव की तहरीर पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आईपी सिंह समेत तीन लोगों के खिलाफ लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था.