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यूपी बजट सत्रः डीजल पेट्रोल की बढ़ी कीमतों पर सपा-कांग्रेस का सदन से वॉकआउट

डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर प्रश्नकाल के दौरान सतीश महाना एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सदस्य को शायद यह नहीं मालूम कि प्रदेश में अब बिजली की सप्लाई 24 घंटे की जा रही है. प्रदेश का किसान अब खेतों की सिंचाई डीजल से नहीं बल्कि बिजली के ट्यूबवेल से कर रहा है. डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे को उठाया. सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से बाहर चले गए.

सपा-कांग्रेस का सदन से वॉकआउट
सपा-कांग्रेस का सदन से वॉकआउट
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Published : Feb 25, 2021, 12:58 PM IST

लखनऊः डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों का मुद्दा गुरुवार को विधानसभा में जोर-शोर से उठा. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान पहला सवाल समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य नरेंद्र वर्मा ने डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे को उठाया. सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से बाहर चले गए.

सरकार की तरफ से मंत्री सतीश महाना ने कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों की दर उत्तर प्रदेश विधानसभा से नहीं तय होती या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमतों कीमत तय की जाती है. रही बात डीजल और पेट्रोल पर टैक्स लेने की तो 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश में टैक्स में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है.

पढ़ें- सीएम योगी दो मार्च को पश्चिम बंगाल के मालदा में करेंगे रैली

डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर प्रश्नकाल के दौरान सतीश महाना एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सदस्य को शायद यह नहीं मालूम कि प्रदेश में अब बिजली की सप्लाई 24 घंटे की जा रही है. प्रदेश का किसान अब खेतों की सिंचाई डीजल से नहीं बल्कि बिजली के ट्यूबवेल से कर रहा है. इसमें उसे डीजल की जरूरत नहीं पड़ती है. सतीश महाना के उत्तर से असंतुष्ट बहुजन समाज पार्टी के नेता विधानमंडल दल लालजी वर्मा ने कहा कि शायद मंत्री जी को यह नहीं मालूम की खेत की जुताई ट्रैक्टर से की जाती है या फिर बिजली से.

इस पर मंत्री सतीश महाना फिर से खड़े होकर जवाब देना शुरू किया. उन्होंने कहा कि पहली बात तो यह कि हमने ट्रैक्टर के बिजली से चलने की बात नहीं की थी, लेकिन अगर वर्मा जी यह पूछ रहे हैं तो मैं इस बात को बताना चाहता हूं कि भविष्य में ट्रैक्टर भी बिजली से चलेगा. मंत्री सतीश महाना ने सदन को बताया कि दूसरी सरकारों की अपेक्षा में भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हैं.

पढ़ें- ग्रामीणों पर योगी मेहरबान, एक तीर से दो निशाना साधने की तैयारी

सपा और कांग्रेस का वॉकआउट

डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सदन से वॉकआउट किया. कांग्रेसी नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह सरकार महंगाई रोकने में विफल है. प्रदेश में महिलाएं अपना घर चला पाने में खुद को असमर्थ पा रही हैं. महंगाई ने सब को परेशान करके रखा है, इसलिए उनका दल सदन से बहिर्गमन करता है. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सदन से वॉकआउट किया.

बसपा का भी वॉकआउट

वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अनुसूचित जाति के मुद्दे पर सदन से वॉतआउट किया. अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्र एवं छात्राओं को उच्च शिक्षा संस्थानों में निशुल्क प्रवेश दिए जाने के सवाल का जवाब समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने दिया. उनका उत्तर सुनने के बाद नेता विधानमंडल दल बहुजन समाज पार्टी लालजी वर्मा ने कहा कि मंत्री का उत्तर निराधार है. विपक्ष उनके जवाब से असंतुष्ट होकर वॉकआउट किया.

लखनऊः डीजल-पेट्रोल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों का मुद्दा गुरुवार को विधानसभा में जोर-शोर से उठा. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही प्रश्नकाल के दौरान पहला सवाल समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य नरेंद्र वर्मा ने डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के मुद्दे को उठाया. सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के सदस्यों ने सदन से बाहर चले गए.

सरकार की तरफ से मंत्री सतीश महाना ने कहा कि डीजल और पेट्रोल की कीमतों की दर उत्तर प्रदेश विधानसभा से नहीं तय होती या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी कीमतों कीमत तय की जाती है. रही बात डीजल और पेट्रोल पर टैक्स लेने की तो 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश में टैक्स में कोई भी बढ़ोतरी नहीं की गई है.

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डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर प्रश्नकाल के दौरान सतीश महाना एक प्रश्न का उत्तर दे रहे थे. इस दौरान उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि सदस्य को शायद यह नहीं मालूम कि प्रदेश में अब बिजली की सप्लाई 24 घंटे की जा रही है. प्रदेश का किसान अब खेतों की सिंचाई डीजल से नहीं बल्कि बिजली के ट्यूबवेल से कर रहा है. इसमें उसे डीजल की जरूरत नहीं पड़ती है. सतीश महाना के उत्तर से असंतुष्ट बहुजन समाज पार्टी के नेता विधानमंडल दल लालजी वर्मा ने कहा कि शायद मंत्री जी को यह नहीं मालूम की खेत की जुताई ट्रैक्टर से की जाती है या फिर बिजली से.

इस पर मंत्री सतीश महाना फिर से खड़े होकर जवाब देना शुरू किया. उन्होंने कहा कि पहली बात तो यह कि हमने ट्रैक्टर के बिजली से चलने की बात नहीं की थी, लेकिन अगर वर्मा जी यह पूछ रहे हैं तो मैं इस बात को बताना चाहता हूं कि भविष्य में ट्रैक्टर भी बिजली से चलेगा. मंत्री सतीश महाना ने सदन को बताया कि दूसरी सरकारों की अपेक्षा में भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल-डीजल की कीमतें कम हैं.

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सपा और कांग्रेस का वॉकआउट

डीजल और पेट्रोल की बढ़ती कीमतों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने सदन से वॉकआउट किया. कांग्रेसी नेता विधानमंडल दल आराधना मिश्रा मोना ने कहा कि यह सरकार महंगाई रोकने में विफल है. प्रदेश में महिलाएं अपना घर चला पाने में खुद को असमर्थ पा रही हैं. महंगाई ने सब को परेशान करके रखा है, इसलिए उनका दल सदन से बहिर्गमन करता है. इसके बाद समाजवादी पार्टी ने भी पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सदन से वॉकआउट किया.

बसपा का भी वॉकआउट

वहीं बहुजन समाज पार्टी ने अनुसूचित जाति के मुद्दे पर सदन से वॉतआउट किया. अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्र एवं छात्राओं को उच्च शिक्षा संस्थानों में निशुल्क प्रवेश दिए जाने के सवाल का जवाब समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री ने दिया. उनका उत्तर सुनने के बाद नेता विधानमंडल दल बहुजन समाज पार्टी लालजी वर्मा ने कहा कि मंत्री का उत्तर निराधार है. विपक्ष उनके जवाब से असंतुष्ट होकर वॉकआउट किया.

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