लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निशाने पर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से योगी सरकार के अफसर और सरकार है. सबसे खास बात है कि निशाने पर लेने के लिए अखिलेश यादव ने ऐसे अफसर की तस्वीर का उपयोग किया है जो कभी उनके बहुत निकट हुआ करते थे. हाथ में अत्याधुनिक राइफल लेकर जो फोटो प्रदेश के अपर मुख्य सचिव खेल नवनीत सहगल ने ट्वीट की थी उसको अखिलेश यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के नाम पर दिखावा हो रहा है. कागज पर बनी मोमबत्ती दिखाने से रोशनी नहीं होती है.
गौरतलब है कि योगी सरकार के 20 बड़े अफसर इन दिनों ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के प्रचार और निवेश को विदेश में आकर्षित करने के लिए विदेश यात्रा (travel abroad) पर गए हुए हैं. ऐसी एक विदेश यात्रा के दौरान अपर प्रमुख सचिव नवनीत सहगल (Additional Chief Secretary Navneet Sehgal) ने अपनी एक फोटो ट्वीट की. जिसमें उनके हाथ में एक अत्याधुनिक राइफल (cutting edge rifle) है. इस तस्वीर के ट्वीट होने के बाद इसी फोटो को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Former Chief Minister Akhilesh Yadav) ने भी ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि दिखावटी निवेश से यूपी का विकास नहीं होगा. कागज पर छपी मोमबत्ती से प्रकाश नहीं होगा. सामान्य तौर पर इस तरह के ट्वीट अखिलेश यादव करते रहते हैं. बहरहाल नवनीत सहगल की तस्वीर के साथ उनका यह ट्वीट चर्चा का विषय बना हुआ है.
बता दें, नवनीत सहगल (Navneet Sehgal) अखिलेश यादव के कवि सबसे खास सिपहसालार (special warlord) हुआ करते थे. आगरा एक्सप्रेस वे के निर्माण के पीछे नवनीत सहगल की खास भूमिका की वजह से वह अखिलेश यादव के नवरत्न अफसर (Navratna officer of Akhilesh Yadav) माने जाते थे. उनको अपर मुख्य सचिव सूचना का महत्वपूर्ण पदभार भी दिया गया था. अब जबकि योगी सरकार में नवनीत सहगल का महत्व कम हुआ है. ऐसे में अखिलेश यादव का उनकी तस्वीर के साथ निशाना साधना कहीं ना कहीं नवनीत सहगल पर भी असर जरूर डालेगा.
यह भी पढ़ें : समाजवादी पार्टी में बनी रहेगी मुसलमानों की अहमियत