लखनऊः उत्तर प्रदेश के स्मार्ट मीटर से उपभोक्ता परेशान हो गये हैं. लिहाजा, उन्होंने अपने कनेक्शन ही कटवा डाले हैं. हजारों की संख्या में अबतक स्मार्ट मीटर कनेक्शन कट चुके हैं, तो सैकड़ों की संख्या में परमानेंट कनेक्शन काटने के आवेदन बिजली विभाग को मिले हैं. खास बात ये है कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र, मुख्यमंत्री योगी के गृहक्षेत्र और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के विधानसभा क्षेत्र के साथ ही राजधानी के उपभोक्ता स्मार्ट मीटर से आजिज आ चुके हैं.
1440 स्मार्ट मीटर धारकों ने स्थाई तौर पर कटवाए कनेक्शन
एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) के दिसंबर महीने की रिपोर्ट में स्मार्ट मीटर को लेकर जो खुलासा हुआ है, उससे बिजली विभाग के अधिकारियों को होश उड़ गये हैं. दरअसल, इस रिपोर्ट में बताया गया है कि प्रदेश में 1,440 स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने स्थाई रूप से अपने कनेक्शन कटवा दिये हैं. स्मार्ट मीटर में लगातार आ रही खामियों की वजह से स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं ने इस तरह का कदम उठाया है. उनका स्मार्ट मीटर से भरोसा उठता जा रहा है. रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि लखनऊ में सबसे ज्यादा 360 उपभोक्ताओं ने स्थाई तौर पर अपना कनेक्शन कटवा दिया है. ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के विधानसभा क्षेत्र मथुरा में 293, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 291 और मुख्यमंत्री के गृह जिले गोरखपुर में 49 उपभोक्ताओं ने कनेक्शन कटवाये हैं. इसके अलावा मेरठ में 187 और प्रयागराज में 99 स्मार्ट मीटर धारक अपना कनेक्शन कटवा चुके हैं. इतना ही नहीं प्रदेश से कनेक्शन काटने के लिए तमाम आवेदन आये हुये हैं.
ध्यान ही नहीं दे रहे जिम्मेदार अफसर
स्मार्ट मीटर शुरुआत से ही उत्तर प्रदेश के उपभोक्ताओं को रास नहीं आ रहे हैं. उपभोक्ताओं की तमाम शिकायतें बिजली विभाग को मिलीं, लेकिन इनके समाधान के बजाय कोई ध्यान ही नहीं दिया गया. स्मार्ट मीटर का ये मामला तब तूल पकड़ा, जब जन्माष्टमी के दिन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं की बिजली अचानक गुल हो गई. जबकि उनके बिजली का बिल पूरा जमा था. बिजली विभाग को स्मार्ट मीटर दुरुस्त करने और सप्लाई बहाल करने में 24 से 48 घंटे का समय लग गया. इससे स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. हालांकि इससे भी विभाग ने कोई सबक नहीं लिया. लिहाजा, अब उपभोक्ता खुद ही स्मार्ट मीटर कनेक्शन कटवाने लगे हैं.
कराई थी एसटीएफ जांच, नतीजा सिफर
स्मार्ट मीटर से जब जन्माष्टमी के मौके पर बत्ती गुल हुई थी, तो तत्काल एसटीएफ से इसकी जांच कराने के निर्देश जारी कर दिये गये थे, लेकिन आज तक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आई कि आखिर इसमें हुआ क्या है. इस मामले पर ऊर्जा मंत्री के साथ ही मुख्यमंत्री ने भी सख्त रुख अपनाया था.