लखनऊः यूपी में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. शुक्रवार को 16 हजार नये केस पाये गये हैं. ऐसे में संक्रमण दर साढ़े छह फीसदी पहुंच गई है. लोगों को बीमारी के प्रति सतर्क रहना होगा.
यूपी में शुक्रवार को 2 लाख 54 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किये गये हैं. इसमें 16,016 नये मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई है. इतने केस एक दिन में मई में मिले थे. इस दौरान 3 मरीजों की जान चली गई. वहीं 2,554 मरीज डिस्चार्ज किये गये. यूपी में देश में सर्वाधिक 9 करोड़ 58 लाख से अधिक टेस्ट किये गये. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. ये डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी और मेरठ में जीन सिक्वेसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. इसमें अब तक सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया.
कोरोना के 16 हजार नये मरीज 17 दिसंबर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. ये महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. ये महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले हैं. अब तक कुल 275 ओमिक्रोन के मरीज पाये गये हैं. यूपी में विदेश यात्रा और अन्य राज्य से आ रहे लोगों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य है. एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप पर जांचें हो रही हैं. इस दौरान पॉजिटिव आने पर मरीज का सैम्पल जीन सीक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा. ज्यादातर में डेल्टा वैरिएंट ही पाया जा रहा है. वहीं निगरानी समिति बाहर से लौटे लोगों की निगरानी रखें. रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी उन्हें क्वारन्टीन करने के निर्देश जारी किए गये. गांव से लेकर शहर तक की निगरानी समितियों को अलर्ट कर दिया गया. राज्य में एक्टिव केस की संख्या 84,440 हो गई. इसमें 82 हजार 412 होमआइसोलेशन में हैं. सरकार की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी जारी है. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गये हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6,700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गये हैं.
हर रोज घट-बढ़ रहे मरीज अगस्त: एक अगस्त को 36 मरीज मिले. दो अगस्त को 25, वहीं तीन अगस्त को 65 रोगी पाए गए. इसके अलावा 4 अगस्त को 61, 5 अगस्त को 34, 6 अगस्त को 41, 7 अगस्त को 28, 8 अगस्त को 58, 9 अगस्त को 23, 10 अगस्त को 20, 11 अगस्त को 27 व 12 अगस्त को 43 मरीज मिले. वहीं माह में सर्वाधिक मौतें 12 अगस्त को ही हुईं. 13 अगस्त को 33 मरीज मिले. 14 अगस्त को 42, 15 अगस्त 72 नए मरीज पाए गए. 16 अगस्त को 17 नए मरीज मिले. 17 अगस्त को 27 मरीज मिले. 18 अगस्त को 29 केस मिले. 19 अगस्त को 26 केस रहे. वहीं 20 अगस्त को 26, 21 अगस्त को 19, 22 अगस्त को 19 व 23 अगस्त को 7 व 24 को 28 केस, 25 को 22, 26 को 19, 27 को 21, 28 को 26 केस, 29 को 15, 30 को 21, 31 को 19 केस मिले.
सितंबर: एक सितम्बर को 19 मरीज मिले. दो सितम्बर को 36 व तीन सितम्बर को 18, चार सितंबर को 26 मरीज, पांच सितम्बर को 18 केस, 6 सितम्बर को 12 केस, 7 सितम्बर को 22, 8 सितंबर को 16, 9 सितम्बर को 11, 10 सितम्बर को 10 केस मिले, 11सितम्बर 14, 12 सितम्बर 21, 13 सितम्बर को 14 केस, 14 सितम्बर को 33 केस, 15 सितम्बर को 19 केस , 16 सितम्बर को 24 केस, 17 सितम्बर को 18 केस मिले, 18 सितम्बर को 9 केस, 19 सितम्बर को 17 केस, 20 सितम्बर को 20, 21 सितम्बर को 13 केस, 22 सितम्बर को 17 केस, 23 सितम्बर 11, 24 सितम्बर 28 केस, 25 सितम्बर 14 केस, 26 सितम्बर को 11, 27 सितम्बर को 7 केस मिले, 28 सितम्बर को 18, 29 सितंबर 8 मरीज, 30 सितंबर 14 केस मिले.
अक्टूबर: एक अक्टूबर को 24, दो अक्टूबर को 14 केस, तीन अक्टूबर 13 केस मिले, चार अक्टूबर को 16 केस, पांच अक्टूबर 21 केस, छह अक्टूबर को 9 केस, 7 अक्टूबर को 15, 8 अक्टूबर को 11 केस मिले, 9 अक्टूबर को 11 केस, 10 अक्टूबर को 18 केस मिले, 11 अक्टूबर को 12 केस, 12 अक्टूबर 20 केस मिले, 13 अक्टूबर को 11केस मिले, 14 अक्टूबर को 14 केस, 15 अक्टूबर को 6, 16 अक्टूबर को 5, 17 अक्टूबर को 10, 18 अक्टूबर को 9, 19 अक्टूबर को 12, 20 अक्टूबर को 11, 21 अक्टूबर को 12 केस, 22 अक्टूबर 3 केस, 23 अक्टूबर को 13 केस, 24 अक्टूबर 13 केस, 25 अक्टूबर को 7 केस, 26 अक्टूबर 5 केस, 27 अक्टूबर 13 केस, 28 अक्टूबर को 11 केस, 29 अक्टूबर 8 केस, 30 अक्टूबर 20 केस मिले, 31 अक्टूबर 6 केस मिले.
नवंबर: एक नवम्बर को तीन, दो नवम्बर को 7 केस, तीन नवम्बर को 6, चार नवम्बर पांच, पांच नवम्बर को चार, 6 नवम्बर 7 केस मिले, 7 नवम्बर 11 केस, 8 नवम्बर 8 केस, 9 नवम्बर को 11 केस, 10 नवम्बर को 14 केस मिले, 11 नवम्बर 10 केस मिले, 12 नवम्बर को 10 केस, 13 नवम्बर 9 केस, 14 नवम्बर को 12 मरीज मिले, 15 नवम्बर को 7 केस, 16 नवम्बर को 9 केस, 17 नवम्बर 6 केस, 18 नवम्बर 12, 19 नवम्बर 12 केस, 20 नवम्बर 7 केस, 21 नवम्बर 10 केस, 22 नवम्बर 12, 23 नवम्बर को 3 केस, 24 नवम्बर 10 केस, 25 नवम्बर को 6 केस, 26 नवम्बर को 8 केस, 27 नवम्बर 5 केस, 28 नवम्बर को 9 मिले, 29 नवम्बर 5 और 30 नवम्बर को 12 केस मिले.
दिसम्बर: एक दिसम्बर 7 केस, दो दिसम्बर 12 केस, तीन दिसम्बर 9 केस, चार दिसम्बर को 27 केस, पांच दिसम्बर 29 केस, छह दिसम्बर को 10 केस, सात दिसम्बर 9 केस, आठ दिसम्बर 10 केस, नौ दिसम्बर को 9 केस, 10 दिसम्बर 16 केस, 11 दिसम्बर को 16 केस, 12 दिसम्बर 16 केस, 13 दिसंबर 19 केस, 14 दिसम्बर 20 केस, 15 दिसम्बर 19 केस, 16 दिसम्बर को 12 केस, 17 दिसम्बर को 22 केस मिले, 18 दिसम्बर को 33 केस मिले, 19 दिसम्बर को 23 केस, 20 दिसम्बर को 27 केस, 21 दिसबंर को 28 केस, 22 दिसम्बर को23 केस, 23 दिसम्बर को 31 केस,24 अगस्त 49 केस, 25 दिसम्बर 38 केस मिले, 26 दिसबंर 59 केस, 27 दिसम्बर 40 केस मिले, 28 दिसम्बर को 80,29 दिसम्बर 118 केस, 30 दिसम्बर 193 केस, 31 दिसम्बर 251.
जनवरी: एक जनवरी 383 केस, दो जनवरी 552, तीन जनवरी 572, चार जनवरी 992, पांच जनवरी 2,038, छह जनवरी 3,121 केस, सात जनवरी 4,228 केस, आठ जनवरी 6,411 केस, नौ जनवरी 7,695 केस, 10 जनवरी 8,334, 11 जनवरी 11,089 केस, 12 जनवरी 13,681 केस, 13 जनवरी 14,765 केस, 14 जनवरी 16,016 केस.
मरीजों की कुल पॉजिटीविटी रेट 1.87 फीसदी है. इसके अलावा राज्य में दैनिक पॉजिटीविटी रेट अब 0.01 से बढ़कर 6.30 फीसदी हो गई है. जून में प्रदेश में संक्रमण दर का औसत 1 फीसदी रहा, जबकि जुलाई में 0.3 फीसदी पॉजिटीविटी रेट की गई.
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30 अप्रैल 2021 को यूपी में सर्वाधिक एक्टिव केस 3 लाख 10 हजार 783 रहे. अब यह संख्या 84,440 हो गयी. वहीं रिकवरी रेट मार्च में जहां 98.2 फीसदी थी. अप्रैल में घटकर 76 फीसदी तक पहुंच गई. वर्तमान में फिर रिकवरी रेट 97.2 से 95.7 रह गयी है. राज्य में 24 अप्रैल 2021 को सबसे भयावह दिन रहा. इस दिन सर्वाधिक 38 हजार 55 मरीज पाए गए. वहीं 12 मई को एक दिन में 329 की जान चली गई.
यूपी में वैक्सीनेशन का अभियान जारी है. शुक्रवार को यहां 14 करोड़ से अधिक को पहली डोज लगी. वहीं कुल 22.50 करोड़ डोज लग गई. यह देश में सर्वाधिक है. अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद के मुताबिक 18 साल से अधिक अभी 1 करोड़ लोगों ने एक भी डोज नहीं ली है. ऐसे में संक्रमण से बचाव के लिए लोग जल्द वैक्सीन लगवाएं.
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