लखनऊ: लोकसभा चुनाव में भितरघात करने वाले छह नेताओं को कांग्रेस ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इन नेताओं में कौशांबी की कांग्रेस महिला अध्यक्ष भी शामिल हैं. कौशांबी के तीन, अंबेडकर नगर के दो और कांग्रेस के टिकट पर इलाहाबाद पश्चिम से विधानसभा चुनाव लड़ चुके एक नेता को अनुशासनहीनता में लिप्त पाए जाने पर पार्टी से निष्कासित किया गया है.
- लोकसभा चुनाव के बाद और 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपनों को पहचानना शुरू कर दिया है.
- पार्टी में रहते हुए गैर पार्टी के लिए काम करने वाले छह नेताओं को पार्टी ने बाहर कर दिया है.
- इन नेताओं में कौशांबी की महिला अध्यक्ष बृजमा केसरवानी और कांग्रेस सेवादल कौशांबी के जिला अध्यक्ष सुरेंद्र शुक्ला शामिल हैं.
- कौशांबी के पीसीसी सदस्य गौरव पांडेय, अंबेडकर नगर के कांग्रेस सेवा दल के अध्यक्ष अक्षम खां और अंबेडकरनगर के कांग्रेस सेवा दल के संगठन मंत्री फिरोज खान को भी छह साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.
- इसके अलावा इलाहाबाद पश्चिम से विधानसभा चुनाव लड़ चुके कौशांबी के कांग्रेसी नेता रामेंद्र कुमार रवि को दो साल के लिए पार्टी से निकाला गया है.
- कांग्रेस नेता बताते हैं कि इन सभी पर लोकसभा चुनाव के दौरान और उसके बाद पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के कारण यह कार्रवाई की गई है.
पार्टी के सूत्रों की माने तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी को अनुशासन समिति के तीन सदस्यों ने इन नेताओं पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट सौंपी थी. इस पर प्रियंका के अप्रूवल के बाद अनुशासन समिति ने कार्रवाई की है. सूत्र ये भी बताते हैं कि अभी और भी नेताओं पर गाज गिरने वाली है. इनमें कुछ बड़े नाम भी हो सकते हैं.