लखनऊ: उत्तर प्रदेश में किसानों की फसल के सबसे बड़े दुश्मन बने आवारा पशुओं को लेकर सरकारी चिंता से हलकान अधिकारियों ने किसानों को फरमान सुनाया है कि आवारा पशुओं के साथ क्रूरता से बाजल न आएं. किसानों को खेतों से कटीले तार हटाने का आदेश जारी किया गया है. इससे किसानों की मुश्किल बढ़ने वाली है ऐसे में भाजपा अब कह रही है की किसानों की समस्या का भी समाधान तलाशा जाएगा.
- उत्तर प्रदेश के किसानों की सबसे बड़ी समस्या आवारा पशुओं द्वारा फसलों को होने वाला नुकसान है.
- किसानों को रात रात भर जाकर फसलों की रखवाली करनी पड़ रही है.
- सीतापुर जिला प्रशासन ने आदेश जारी किया है कि किसानों के खेतों में लगी कांटे वाले तार की बाड़ को हटा दिया जाए इससे पशुओं को नुकसान पहुंच रहा है.
- सीतापुर जिला प्रशासन ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी समेत तहसीलदार और विकास खंडों के अधिकारियों को कार्रवाई के लिए 24 मई तक का वक्त दिया है
- आवारा पशुओं की समस्या बढ़ने के बाद किसानों ने खेतों में अपने संसाधनों से बाड़ लगाई है हालांकि प्रदेश सरकार ने भी लगभग 10 साल पहले खेतों की फसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए इस तरह की योजना बनाई थी.
पशुओं के लिए संवेदनशील भारतीय जनता पार्टी की सरकार के सामने हालांकि कई बार फसलों की सुरक्षा का मामला उठ चुका है. भारतीय किसान संघ के प्रांतीय सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी किसानों ने अपनी समस्या बताई थी. सीतापुर जिला प्रशासन का आदेश सामने आने के बाद किसानों को अब ज्यादा मुसीबत का सामना करना पड़ेगा ऐसे में भाजपा का दावा है कि वह जिला प्रशासन के अधिकारियों से बातचीत करने के बाद समस्या का समाधान निकाल लेगी जिसमें किसान और आवारा पशु दोनों का नुकसान ना हो.