लखनऊ: कानपुर जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उनके कई साथियों को मुठभेड़ के दौरान मार गिराया. वहीं उसके एक साथी श्यामू बाजपेई को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गांव से ही गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद से पुलिस और एसआईटी श्यामू से लगातार पूछताछ कर रही है.
बता दें कि सोमवार को श्यामू बाजपेई की मां और बहन को एसआईटी टीम ने बयान दर्ज करवाने के लिए अपने कार्यालय लखनऊ स्थित बापू भवन सचिवालय बुलाया था. वहीं कार्यालय के बाहर श्यामू बाजपेई की बहन प्रीति ने मीडिया से बताया कि उसका भाई पूरी तरह से निर्दोष है.
प्रीति ने कहा कि 2 तारीख की रात घटना वाले दिन गोली चलने के बाद पूरा परिवार दहशत की वजह से घर में छिप गया था. कोई भी बाहर नहीं निकला था. घटना के दूसरे दिन सुबह पुलिस ने मेरे भाई को घर से गिरफ्तार करके ले गई थी, जबकि मेरे भाई को मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ दिखाया गया.
श्यामू की बहन प्रीति ने कहा कि मेरे भाई का विकास दुबे से कोई भी लेना-देना नहीं है. वह मजदूरी करता है और पुलिस उसे फंसा रही है. मेरी सरकार से गुहार है कि मेरे परिवार के साथ इंसाफ किया जाए.
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बता दें कि, कानपुर पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के करीब जय बाजपेई और प्रशांत शुक्ला को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस ने विकास दुबे के करीबी जय बाजपेई और प्रशान्त शुक्ला पर कई आपराधिक मामलों में मुकदमा दर्ज किया है.
आरोप है कि जय और प्रशांत बीती 2 जुलाई को घटना से पहले विकास दुबे के फोन करने पर बिकरू पहुंचे थे. यहां उन्होंने विकास को दो लाख रुपये और 25 रिवॉल्वर के कारतूस देकर घटना कारित करने में मदद की थी.