लखनऊ: गुरुवार को खादी भवन में इण्डिया सेलूलर एण्ड इलेक्ट्रानिक्स एसोसिएशन (India Cellular and Electronics Association) के एक प्रतिनिधिमण्डल ने उत्तर प्रदेश के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह से मुलाकात की. प्रदेश में मोबाइल एंड इलेक्ट्रॉनिक एक्सेसरीज पार्क विकसित करने संबंधी प्रस्ताव दिया और उसका प्रजेंटेशन भी किया. प्रतिनिधिमण्डल में एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट विवेक वत्स एवं एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर राजेश शर्मा शामिल थे.
मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह (Minister Siddharth Nath Singh) ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि मोबाइल एंड इलेक्ट्रॉनिक एक्सेसरीज पार्क (Mobile & Electronic Accessories Park) विकसित होने पर प्रदेश में लगभग 500 नई फैक्ट्रियां लगेंगी. इसके जरिए 2 से 2.5 लाख रोजगार के अवसर सृजित होंगे. इससे उत्तर प्रदेश में लगभग 40 हजार करोड़ का निर्यात भी होगा. इससे प्रदेश में 4 से 5 बिलियन डालर का निवेश भी होगा. प्रजेंटेशन में इण्डिया सेलूलर एण्ड इलेक्ट्रानिक्स एसोसिएशन (India Cellular and Electronics Association) ने इस पार्क को डेवलप करने के लिए 300 एकड़ का प्रोजेक्ट प्लान किया है, जिसमें सरकार उच्च स्तर पर विचार-विमर्श कर उद्यमियों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराएगी.
इण्डिया सेलूलर एण्ड इलेक्ट्रानिक्स एसोसिएशन (India Cellular and Electronics Association) के वाइस प्रेसिडेंट विवेक वत्स एवं एक्जक्यूटिव डायरेक्टर राजेश शर्मा ने बताया कि इस प्रोजेक्ट में एनसीआर तथा पूर्वांचल रीजन को प्राथमिकता दी जाएगी. उन्होंने बताया कि यह इलेक्ट्रानिक्स एवं मोबाइल फोन के क्षेत्र में बहुत ही त्वरित विकास करने वाला उद्योग है. इलेक्ट्रानिक्स क्षेत्र में नेशनल पालिसी-2019 के अंतर्गत यह उद्योग भारत में 400 बिलियन का इलेक्ट्रानिक उत्पादन करेगा. पिछले पांच से सात सालों में मोबाइल फोन और इसके पार्टस् के निर्माण की 269 यूनिट भारत में स्थापित की जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में मोबाइल हैण्डसेट की जितनी भी मांग है, उसमें आधे से ज्यादा मोबाइल सेट इण्डिया सेलूलर एण्ड इलेक्ट्रानिक्स द्वारा उपलब्ध कराया जाता है.
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