लखनऊ: लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश सड़क परिवहन निगम की बसें पूरी तरह बंद हैं. हर रोज निगम को करोड़ों का घाटा हो रहा है, लेकिन इसी बीच अन्य राज्यों से प्रदेश में जाने वाले मजदूरों के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं. जो परिवहन निगम के साथ ही लखनऊ रीजन के लिए राहत देने वाली साबित हो रही हैं. दरअसल अभी तक सैकड़ों बसों से हजारों मजदूरों को घर भेजा गया है. इससे रोडवेज की काफी कमाई हो रही है. इसी से अब निगम के कर्मचारियों को वेतन देने की तैयारी हो रही है.
श्रमिक स्पेशल ट्रेन संचालित
लॉकडाउन होने से विभिन्न राज्यों में जो जहां फंसा था वहीं पर रह गया. योगी सरकार ने फंसे लोगों को वापस बुलाना शुरू किया. कोटा से छात्रों को लाना हो या फिर दिल्ली से यात्रियों को. पहले सरकार ने बसों से यह पहल शुरू की. इसके बाद अब श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से जो मजदूर आ रहे हैं. सभी को रोडवेज बसों से उनके घरों को भेजा जा रहा है. परिवहन निगम के विभिन्न क्षेत्रों से अलग-अलग जिलों के लिए बसें चलाई जा रही हैं.
27,418 मजदूर पहुंचे घर
अब तक देश के विभिन्न राज्यों से 11 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें लखनऊ आ चुकी हैं. चारबाग रेलवे स्टेशन पर आने वाली श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के आने से अब तक 701 बसें लगाई जा चुकी हैं. इन बसों से 27,418 मजदूरों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लिए भेजा जा चुका है.
राज्य सरकार देगी किराया
बसों से भेजे जाने वाले मजदूरों से कोई किराया नहीं लिया जा रहा है. सरकार उन्हें मुफ्त में भेज रही है. इसका भुगतान योगी सरकार परिवहन निगम को बाद में करेगी. फिलहाल परिवहन निगम मुख्यालय की तरफ से प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है. परिवहन निगम के विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि अब तक 30 करोड़ का बजट भेजा गया है. आगे आने वाले दिनों में जो बसें संचालित होंगी, उसका भी भुगतान सरकार करेगी.
कर्मचारियों को मिलेगा वेतन
सूत्रों की मानें तो जल्द ही परिवहन निगम प्रशासन को सरकार की तरफ भुगतान किया जाएगा. इसके बाद परिवहन निगम के कर्मचारियों और अधिकारियों को वेतन मिलेगा. लखनऊ रीजन की तरफ से सबसे ज्यादा बसें संचालित की जा रही हैं. ऐसे में लॉकडाउन में बसों का संचालन बंद होने के बावजूद मजदूरों को घर भेजने के एवज में लखनऊ रीजन का कुछ हद तक नुकसान का आंकड़ा कम हो जाएगा.