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नोएडा डिपो की बस में सात यात्री कर रहे थे बेटिकट यात्रा, परिचालक की संविदा समाप्त

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक संजय कुमार के निर्देश पर चलाये जा रहे चेकिंग अभियान के तहत सोमवार को फिरोजाबाद में नोएडा डिपो की बस संख्या यूपी 78 एफएन 6864 की जांच की गई.

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Published : Nov 22, 2022, 12:56 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक संजय कुमार के निर्देश पर चलाये जा रहे चेकिंग अभियान के तहत सोमवार को फिरोजाबाद में नोएडा डिपो की बस संख्या यूपी 78 एफएन 6864 की जांच की गई. इसके चालक अशोक कुमार और परिचालक प्रवीण कुमार को मुख्यालय चेकिंग दल (क्षेत्रीय मुख्यालय दल) यातायात अधीक्षक बाबूराम ने सुबह 08.26 बजे पलवल कट पर निरीक्षण किया.

परिवहन निगम के एमडी संजय कुमार ने बताया कि चेकिंग दल ने निरीक्षण में पाया कि कुल 70 यात्री बस में सवार थे, जिसमें से सात यात्री बाजना से परी चौक, बिना टिकट पाए गए. उन्होंने बताया कि चेकिंग दल ने परिचालक पर 7202 रुपए प्रशमन शुल्क लगाया. प्रकरण में चालक व परिचालक का लिखित बयान भी दर्ज कराया गया. संविदा परिचालक को सात यात्री बिना टिकट ले जाने के सम्बन्ध में पूरी तरह से दोषी पाया गया. जिसके बाद उसकी संविदा समाप्त कर दी गई. एमडी संजय कुमार ने बताया कि बिना टिकट और भ्रष्टाचार के प्रकरणों में जीरो-टॉलरेंस नीति के अंतर्गत भविष्य में अगर इस प्रकार के बड़े प्रकरण पाए जाएंगे तो क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने भ्रष्टाचार और अनियमितता पर जीरो-टॉलरेंस के तहत कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश हैं.

यह भी पढ़ें : पूर्व आयुर्वेद निदेशक एसएन सिंह चला रहा था खुद का कॉलेज, जांच में खुलासा

लखनऊ : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के प्रबन्ध निदेशक संजय कुमार के निर्देश पर चलाये जा रहे चेकिंग अभियान के तहत सोमवार को फिरोजाबाद में नोएडा डिपो की बस संख्या यूपी 78 एफएन 6864 की जांच की गई. इसके चालक अशोक कुमार और परिचालक प्रवीण कुमार को मुख्यालय चेकिंग दल (क्षेत्रीय मुख्यालय दल) यातायात अधीक्षक बाबूराम ने सुबह 08.26 बजे पलवल कट पर निरीक्षण किया.

परिवहन निगम के एमडी संजय कुमार ने बताया कि चेकिंग दल ने निरीक्षण में पाया कि कुल 70 यात्री बस में सवार थे, जिसमें से सात यात्री बाजना से परी चौक, बिना टिकट पाए गए. उन्होंने बताया कि चेकिंग दल ने परिचालक पर 7202 रुपए प्रशमन शुल्क लगाया. प्रकरण में चालक व परिचालक का लिखित बयान भी दर्ज कराया गया. संविदा परिचालक को सात यात्री बिना टिकट ले जाने के सम्बन्ध में पूरी तरह से दोषी पाया गया. जिसके बाद उसकी संविदा समाप्त कर दी गई. एमडी संजय कुमार ने बताया कि बिना टिकट और भ्रष्टाचार के प्रकरणों में जीरो-टॉलरेंस नीति के अंतर्गत भविष्य में अगर इस प्रकार के बड़े प्रकरण पाए जाएंगे तो क्षेत्र के वरिष्ठ अधिकारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने भ्रष्टाचार और अनियमितता पर जीरो-टॉलरेंस के तहत कार्रवाई करने के स्पष्ट निर्देश हैं.

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