लखनऊ: राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में गुरुवार-शुक्रवार को सर्वर की गड़बड़ी की वजह से मरीजों-तीमारदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. गुरुवार रात 11 बजे से अस्पताल का सर्वर ठप पड़ा हुआ है. ऐसे में शुक्रवार सुबह इलाज कराने पहुंचे लोगों का पर्चा भी नहीं बन सका. बहुत सारे लोग अन्य जिलों से इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे, लेकिन सर्वर ठप होने की वजह से मरीजों-तीमारदारों को परेशानियां झेलनी पड़ी. इसकी वजह से ओपीडी में नए मरीजों के रजिस्ट्रेशन, जांच और मरीजों की भर्ती ठप पड़ी हुई है. दूसरी ओर शुक्रवार सुबह से ही शुल्क काउंटर पर भी लोगों की लंबी लाइन लगी हुई है.
लोहिया संस्थान में सर्वर ठप होने से शुक्रवार सुबह ओपीडी काउंटर से लेकर इमरजेंसी, रेडियो डायनॉसिस विभाग के शुल्क काउंटर पर लंबी-लंबी कतारें लग गई. गुरूवार रात तो फिर भी ठीक था क्योंकि रात में न तो ओपीडी चलती है और न ही कोई जांच होती है, लेकिन शुक्रवार सुबह से लोगों की भारी भीड़ अस्पताल में आने लगी. अन्य जिलों से आए लोग सर्वर ठप होने की वजह से परेशान है. सर्वर ठप होने की वजह से मरीजों को देखा भी नहीं जा रहा है. जिससे अस्पताल में अन्य जांच विभाग भी प्रभावित है.
लाइन में लगे तीमारदार हुए परेशान
रायबरेली से आए तीमारदार सुभाष ने बताया कि करीब डेढ़ घंटे से लंबी लाइन में खड़े हैं. सुबह से ही सर्वर नहीं चल रहा है. दोपहर के 12 बज गए हैं, लेकिन अभी तक शुल्क जमा नहीं हो पाया है. राजधानी लखनऊ के शहादतगंज निवासी धीरेन्द्र के पुत्र निखिल लोहिया अस्पताल में भर्ती है. निखिल के पित्ताशय के पथरी का ऑपरेशन हुआ है. उन्होंने बताया कि शुक्रवार को उसे डिस्चार्ज होना है. डिस्चार्ज पेपर बनवाने के लिए सुबह 8 बजे से लगे हुए हैं, लेकिन सर्वर की दिक्कत की वजह से डिस्चार्ज पेपर अभी तक नहीं बन पाया है. घंटों बीत गए हैं. कर्मचारी कुछ बताने को तैयार नहीं है.
तीमारदार मरीज को अन्य अस्पताल लेकर भागे
रात से सर्वर ठप होने की वजह से इमरजेंसी में आए मरीज पर्चा नहीं बनवा पाने की वजह से घंटों लोहिया अस्पताल के बाहर इंतजार किया. जब घंटों बीत जाने के बाद भी सर्वर नहीं चला तो बहुत से तीमारदार मरीज को अन्य अस्पताल लेकर चले गए. लेकिन दूरदराज से आए लोगों को ज्यादा दिक्कतें हुई. ज्यादा दिक्कत उन्हें हुई जो कहीं अन्य अस्पताल से रेफर होकर आए थे या फिर जो किसी अन्य जिले से लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे थे. सर्वर ठप होने की वजह से रात भर अस्पताल परिसर में उन्हें इंतजार करना पड़ा. सुबह घंटों लाइन में लगने के बावजूद उनका काम नहीं हुआ.
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