लखनऊ : यूपी में कोरोना की दूसरी लहर से घर-घर वायरस का खौफ पसर गया है. गांवों तक वायरस ने दस्तक दे दी. वहीं तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में अब चार जून से राज्य भर में सीरो सर्वे होगा. इसके जरिए यह पता लगाया जाएगा कि कितनी फीसद आबादी संक्रमण की चपेट में आ चुकी है, ताकि वायरस से निपटने के लिए सटीक प्लान बनाया जा सके.
अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल के मुताबिक राज्य में गत वर्ष पहली लहर में सीरो सर्वे कराया गया था. इसमें 11 जनपदों के लोगों का रैंडम खून का नमूना लिया गया. इन सैम्पलों की जांच केजीएमयू में हुई थी. इस बार सभी 75 जनपदों में सर्वे होगा. इसके लिए स्टाफ का प्रशिक्षण हो गया है. चार जून से सर्वे शुरू हो जाएगा. लोगों के रैंडम खून के नमूने लिए जाएंगे. खून की जांच कर एंटीबॉडी का आंकलन किया जाता है. इससे यह पता चल सकेगा कि प्रदेश की कितनी आबादी कोरोना से संक्रमित हो चुकी है. इससे हर्ड इम्युनिटी का अंदाजा लगाया जा सकेगा.
पहले इन जनपदों में हुआ था सर्वे
यूपी में अगस्त 2020 में पहली बार सीरो सर्वे हुआ. इसके लिए सबसे ज्यादा संक्रमण वाले जनपदों का नाम शामिल किया गया. ये जनपद लखनऊ, कानपुर, मुरादाबाद, मेरठ, कौशाम्बी, वाराणसी, आगरा, प्रयागराज, गोरखपुर, बागपत व गाजियाबाद में सर्वे कराया गया था. इसके लिए बनाई गई टीम में चार-चार सदस्य होंगे.
ढाई माह बाद सौ से कम मरीज
लखनऊ में भी वायरस का प्रकोप कम हुआ है. यहां 24 घण्टे में 84 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई है. इसमें पांच की मौत हो गई है. मरीजों की यह संख्या ढाई माह बाद आई है. वर्तमान में 2280 एक्टिव केस हैं.
पढ़ें- Vidhan Sabha Election: संगठन को मजबूत करने के लिए मायावती कर रहीं मंथन