लखनऊ : जीवनशैली में तेजी से बदलाव आ रहा है, जो हमें बीमारियों की ओर ढकेल रहा है. चिंतायें सता रही हैं. इससे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी बीमारियां घेर रही हैं. डायबिटीज मरीजों में आंखों की बीमारी (डायबटिक रेटिनोपैथी) का खतरा बढ़ जाता है. प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डायबिटीज मरीजों की आंखों की जांच होगी. यह जानकारी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Deputy Chief Minister Brajesh Pathak) ने दी.
केजीएमयू के बाउन हाल में डायबिटीज रेटिनोपैथी पर सेमिनार हुआ. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में आंखों की जांच की सुविधा पुख्ता कराई जाए. इनमें आने वाले सभी डायबिटीज रोगियों की आंखों की जांच जरूर कराई जाए. जिन सेंटरों में जांच की सुविधा नहीं है, उनमें जांच की सुविधा बढ़ाई जाएगी.
विदेशी संस्कृति त्यागें : उप मुख्यमंत्री ने कहा कि डायबिटीज जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है. विदेशी संस्कृति का त्याग करें. भारतीय संस्कृति से जुड़ें. अकेले सुबह भारतीय संस्कृति का पालन कर 90 फीसदी रोगों से काफी हद तक खुद को बचा सकते हैं. उप मुख्यमंत्री ने सीख दी कि आगे बढ़ें. इसके लिए कड़ी मेहनत करें. ईमानदारी से आगे बढ़ें, कभी किसी को गिराकर आगे न बढ़ें. किसी को पीड़ा न पहुंचाएं. खासतौर पर छोटे कर्मचारियों को. इस मौके पर कुलपति डॉ. बिपिन पुरी, डॉ. एके त्रिपाठी, डॉ. संदीप सक्सेना समेत अन्य डॉक्टर मौजूद रहे.